Axiom 4 mission: इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन लेकर जाने वाले फॉल्कन 9 रॉकेट में हुए लिक्विड ऑक्सीजन लीक को दूर कर लिया है. इस खराबी की वजह से 11 जून को लॉन्च टालना पड़ गया था। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन लेकर जाने वाले मिशन की लॉन्चिंग अब 19 जून को हो सकती है।
शुभांशु ने स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस से ली खास ट्रेनिंग
शुभांशु शुक्ला को साल 2023 में अमेरिका की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Ax-4 मिशन के लिए चुना गया था। शुभांशु ने स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस से खास ट्रेनिंग भी ली है। भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला गगनयान कार्यक्रम में शामिल चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं। उनके साथ इस मिशन पर यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री पोलैंड के स्लावोस्ज उजनस्की-विस्नीवस्की, पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन और हंगरी के टिबोर कापू इस मिशन का हिस्सा हैं।
सुनीता विलियम्स के बाद शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष यात्री
राकेश 1984 में सोवियत संघ के साथ मिलकर अंतरिक्ष में गए थे। इसके बाद सुनीता विलियम्स नासा के कई मिशन में अंतरिक्ष यात्रा पर गईं। अब शुभांशु शुक्ला भी अंतरिक्ष में जा रहे हैं। भारत ने इस मिशन पर अब तक करीब 548 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें लॉन्च के साथ-साथ शुभांशु शुक्ला और उनके बैकअप ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर की ट्रेनिंग भी शामिल है।
‘गगनयान‘ मिशन के लिए चुने गए शुभांशु
शुभांशु शुक्ला लखनऊ के सिटी मोंटेसरी स्कूल की अलीगंज ब्रांच से बारहवीं तक पढ़ाई की। उनके पिता का नाम शंभू दयाल शुक्ला और माता का नाम आशा शुक्ला है। उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध से प्रेरित होकर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की परीक्षा दी और सफल रहे। 2005 में NDA से स्नातक होने के बाद, उन्होंने भारतीय वायुसेना में जून 2006 में फाइटर पायलट के रूप में सेवा शुरू की। शुभांशु के पास 2,000 घंटे से ज्यादा फ्लाइट उड़ाने का अनुभव है। वह Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier 228 और An-32 उड़ा चुके हैं।
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