आतंकवाद पर जयशंकर की पश्चिमी देशों को दो टूक, कहा- यह आपको भी…

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

ब्रसेल्स: ब्रसेल्स की अपनी यात्रा के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख काजा कैलास से मुलाकात की. इस दौरान जयशंकर ने भारत के रणनीतिक महत्व, इसकी वैश्विक स्थिति पर प्रकाश डाला और यूरोपीय संघ की प्रमुख नीतियों पर अपनी आपत्तियां व्यक्त कीं. पहलगाम आतंकी हमले की ‘कड़ी निंदा’ करने और आतंकवाद से लड़ने में एकजुटता के लिए जयशंकर ने उर्सुला वॉन डेर लेयेन की प्रशंसा भी की.

जयशंकर ने आतंकवाद का जिक्र किया

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद का भी जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने कहा, “मैं आपको एक बात याद दिलाना चाहता हूं, ओसामा बिन लादेन नाम का एक आदमी था. वह पाकिस्तान के एक शहर में वर्षों तक सुरक्षित क्यों रहा?” उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि दुनिया समझे कि यह केवल भारत-पाकिस्तान का मुद्दा नहीं है. यह आतंकवाद के बारे में है और यही आतंकवाद अंततः आपको परेशान करेगा.”

भारत है विश्वसनीय आर्थिक भागीदार

यूरोपीय संघ-भारत मुक्त व्यापार समझौते पर चल रही वार्ताओं के बीच बोलते हुए, जयशंकर ने भारत को एक विश्वसनीय आर्थिक भागीदार के रूप में मजबूती से पेश किया. उन्होंने कहा, “भारत 1.4 बिलियन का देश, चीन की तुलना में कुशल श्रम और अधिक भरोसेमंद आर्थिक साझेदारी प्रदान करता है.”

रूस-यूक्रेन जंग को लेकर बोले जयशंकर  

रूस-यूक्रेन जंग के संबंध में भारत की स्थिति पर जयशंकर ने कहा, “हम नहीं मानते कि मतभेदों को युद्ध के माध्यम से हल किया जा सकता है. हम नहीं मानते कि युद्ध के मैदान से कोई समाधान निकलेगा. हम निर्देशात्मक या निर्णायक नहीं हैं, लेकिन हम इसमें शामिल नहीं हैं.” रूस के खिलाफ प्रतिबंधों में शामिल होने से भारत के इनकार पर आलोचना का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “हमारे यूक्रेन के साथ भी मजबूत संबंध हैं, यह केवल रूस के बारे में नहीं है. हर देश स्वाभाविक रूप से अपने स्वयं के अनुभव, इतिहास और हितों पर विचार करता है.”

ट्रंप को लेकर बोले जयशंकर?

जब जयशंकर से पूछा गया कि क्या उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा है तो उन्होंने जवाब दिया, “क्या मतलब?” यह पूछे जाने पर कि क्या ट्रंप एक ऐसे भागीदार हैं जिसके साथ भारत संबंधों को गहरा करना चाहता है, उन्होंने कहा, “मैं दुनिया को वैसे ही लेता हूं जैसा मैं पाता हूं. हमारा उद्देश्य हर उस रिश्ते को आगे बढ़ाना है जो हमारे हितों की पूर्ति करता है, और अमेरिका के साथ संबंध हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. यह व्यक्तित्व एक्स या राष्ट्रपति वाई के बारे में नहीं है.”

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