Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार सुबह रूपयों के लेन देन के विवाद में दिव्यांग ई-ऑटो चालक पवन रावत (26) की दिनदहाड़े चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई. आरोपी ने पहले ऑटो को बीच सड़क पर रोका और फिर अंदर घुसकर पवन का गला रेतने लगा. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. चीख- पुकार सुन पहुंचे ग्रामीणों ने आरोपी को दौड़ाकर पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया.
रूपयों के लेन- देन में इस हत्या की वारदात को दिया गया अंजाम
इधर, अस्पताल में डॉक्टरों ने दिव्यांग ऑटो चालक पवन रावत को मृत घोषित कर दिया. मामला गोसाईगंज थाना क्षेत्र के उन्मेदखेड़ा मोड़ का है. पुलिस के मुताबिक रूपयों के लेन- देन में इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. गादियाना निवासी पवन रावत दोनों पैर से दिव्यांग था. उसके पिता की कुछ साल पहले ही मौत हो चुकी है. मां शिवरानी के मुताबिक पवन ने डेढ़ महीने पहले एक ई-ऑटो खरीदा था. दिव्यांग होने के बावजूद वह घर का पूरा खर्च उठाता था. साथ ही घर के खर्च के लिए काफी मेहनत कर रहा था.
मोहित ने पवन का गला रेत दिया और भागने लगा
शिवरानी के मुताबिक सोमवार सुबह पवन रावत ऑटो से काम पर जा रहा था. तभी रास्ते में गादियाना गांव के ही रहने वाले मोहित ने सामने आकर जबरदस्ती रुकवा लिया और उस पर हमला कर दिया. चीख- पुकार सुनकर जब तक लोग पहुंचे तब तक मोहित ने पवन का गला रेत दिया और भागने लगा. इसी बीच लोगों ने दौड़कर आरोपी मोहित को पकड़ लिया. पुलिस ने आरोपी मोहित को गिरफ्तार करते हुए पवन के शव को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेज दिया.
मोहित आए दिन उन्हीं रूपयों को मांगता था
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि दो साल पहले पवन रावत ने बहन की शादी के लिए मोहित से 50 हजार रुपए उधार लिए थे. मोहित आए दिन उन्हीं रूपयों को मांगता था. वहीं पवन हमेशा मना कर देता था. डेढ़ महीने पहले ही उसने नया ई-ऑटो खरीदा था. जिससे नाराज़ मोहित उसे मारने की योजना बना रहा था. DCP साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि पवन और आरोपी मोहित पहले से ही परिचित थे. मोहित को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं पवन के शव का पोस्टमॉर्टम भी करा दिया गया है.
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