Varanasi: गांव की पगडंडियों से निकल कर आसमान में उड़ने लगे है महिलाओं के हौसले

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Varanasi: सरकार द्वारा दिए गए ड्रोन ने कशी के महिलाओं को पंख लगा दिया तो ,अब ड्रोन पायलट महिलाओं को लोग ड्रोन दीदी के नाम से पुकारने लगे है। गांव की पगडंडियों से निकल कर महिलाओं के हौसले आसमान में उड़ने लगे हैं। काशी की ड्रोन दिदिया सफलता पूर्वक ड्रोन से खेतों में उर्वरक, कीटनाशक आदि का छिड़काव का काम करके अच्छी कमाई कर रही है। ड्रोन सखियों ने मिल कर पिछले 10 महीनो में लाखों की आय की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  की सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी हैं। डबल इंजन की सरकार की नीतियां महिलाओं के जीवन को नई उड़ान दे रही है।
सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के साथ ही मातृ शक्ति को भी सशक्त बना रही है। मोदी-योगी की सरकार ड्रोन के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के उपायुक्त पवन कुमार सिंह ने बताया कि वाराणसी में ड्रोन सखियाँ किसानों के फसलों पर छिड़काव करके लगभग 10 महीनों में करीब 3,38,500 रुपये की आय कर चुकी है। महिलाएं ड्रोन के माध्यम से लगभग 2581 एकड़ एरिया में 1134  लीटर से अधिक उर्वरक और 487  लीटर से अधिक कीटनाशाक का छिड़काव कर चुकी है। जो निरन्तर बढ़ता जा रहा है। वाराणसी के सीमावर्ती जिलों में भी ड्रोन से उर्वरको के छिड़काव की मांग बढ़ती जा रही है। ड्रोन दीदी गन्ना, तिल, धान, लौकी, अरहर की दाल, भिंडी, कद्दू,चौराई, पत्ता गोभी,करेला, मिर्च तरबूज आदि के खेतों में ,नैनो यूरिया,नैनो डिएपी, सागरिका, कीटनाशक का छिड़काउव कर किसानो क सहयोग कर रही है।
यूपी एनआरएलएम के उपायुक्त ने जानकारी दिया कि वाराणसी की 9 महिलाओं को रिमोट पायलट ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट मिल चुका है। महिलाओं को प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय की ड्रोन अकादमी में 10 दिन की ट्रेनिंग दिलाई गई थी। इसके बाद तीन दिनों की ड्रोन फ्लाई की एडवांस ट्रेनिंग भी इन महिलाओं को दी गई थी। जिससे वे कृषि कार्य के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।
यूपी एनआरएलएम के उपायुक्त ने बताया कि ड्रोन 10 मिनट में 10 लीटर रसायन का छिड़काव 1 एकड़ खेत में कर सकता है। ड्रोन में पहले से ही खेतों की मैपिंग कर ली जाती है, जिससे पूरे एरिया के बारे में पता चल जाता है। ड्रोन में लगे सेंसर की कई खूबियां भी हैं। इससे समय, श्रम और पैसों की बचत होती है। महिलाओं को हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड और इफको ने निःशुल्क ड्रोन उड़ने का प्रशिक्षण दिया है। प्रशिक्षित महिलाओं को 15 लाख की कीमत का ड्रोन और इलेक्ट्रिक ऑटो भी प्रदान किया गया। ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
नीतू सिंह ड्रोन दीदी काशी विद्यापीठ ब्लॉक ने कहा, मोदी योगी ने नई आर्थिक उड़ान दी है, घर और गॉव में सम्मन बढ़ा है। बच्चो की पढाई और घर में आर्थिक सहयोग करने से सभी लोगो का नजरिया बदल गया है। आने वाले समय में कमाई के साथ जीवन स्तर में और सुधार होगा  किसानो में थोड़ा डर है, लेकिन डेमो देने के बाद किसान संतुष्ट हो रहे है और ड्रोन से छिड़काउव करा रहे है।
आशा, ड्रोन दीदी हरहुआ ने कहा, सरकार ने किसानो के साथ ही मातृ शक्ति को आर्थिक शक्ति प्रदान कर रही है। जिससे गृहस्थी की गाडी रफ़्तार पकड़ रही है। धान और गेहू के समय अच्छी आय हुई थी। एक महीना पहले तरबूज के खेत में छिड़काव कर चुके है।  किसान कम पैसे और कम समय में उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव से खुश है।
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