Rajasthan: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनी फिल्म उदयपुर फाइल्स शुक्रवार को देशभर के 4500 सिनेमा घरों में एक साथ रिलीज़ हुई. कन्हैयालाल साहू के दोनों बेटे यश और तरुण भी उदयपुर में इस फिल्म को देखने के लिए पहुंचे थे. अरबन स्क्वायर मॉल के पीवीआर सिनेमाघर में पहला शो था.
बेटों ने बीच वाली सीट पर अपने पिता कन्हैयालाल की रखी थी तस्वीर
दोनों बेटों ने बीच वाली सीट पर अपने पिता कन्हैयालाल की तस्वीर रखी थी. इस दौरान सिनेमाघर के बाहर और अंदर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी. इस जघन्य हत्या से पूरे देश में बवाल मच गया था. धार्मिक कट्टरता और आतंकवादी मानसिकता पर भी सवाल उठाए गए थे. यश तेली ने कहा कि तीन साल से हम न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन अभी तक दोषियों को सज़ा नहीं मिली.
फिल्म को सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट तक दी गई चुनौती
उन्होंने कहा कि यह फिल्म हमारे संघर्ष का प्रतीक है. यश ने बताया कि हमारी अपील है कि देश की जनता इस मुद्दे को जिंदा रखे और हमारे साथ खड़ी हो, ताकि दोषियों को जल्द सजा मिल सके. उन्होंने फिल्म के निर्माण और रिलीज़ के रास्ते में कई कानूनी अड़चनों को बताया. फिल्म को सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट तक चुनौती दी गई. फिर, मामला केंद्र सरकार तक पहुंचा. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने फिल्म को देखकर कहा कि यह किसी भी समुदाय को नुकसान नहीं पहुंचाती है, इसलिए इसे रिलीज़ किया जाए.
इस बार भी मां फिल्म देखने नहीं आईं
यश ने बताया कि इस बार भी उनकी मां फिल्म देखने नहीं आईं. पहले फिल्म की शूटिंग या घोषणा हुई थी, तब मां बहुत परेशान हो गई थीं. इस बार हमने निर्णय लिया कि उन्हें इस पीड़ा से फिर न गुज़रने दें. यश ने बताया कि फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे आतंकवादी मानसिकता वाले लोगों ने मेरे पिता की हत्या की. पूरे घटनाक्रम को फिल्म में दर्शाया गया है. उन्होंने आम जनता से उदयपुर फाइल्स देखने और इसके जरिए सच्चाई से अवगत होने की अपील भी की.