India-China Trade: FY26 के पहले चार महीनों में भारत का चीन को निर्यात 20% बढ़कर 5.76 अरब डॉलर हो गया. पेट्रोलियम और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर ने इस वृद्धि को सबसे अधिक बढ़ावा दिया.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार 8 अगस्त 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 693.62 अरब डॉलर तक पहुंच गया. इस दौरान गोल्ड रिजर्व भी बढ़कर 86.16 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा. यह मजबूती भारत की आर्थिक स्थिति और रुपए की स्थिरता को दर्शाती है.
मुद्रास्फीति में कमी और अनुकूल मानसून के कारण इस वर्ष अप्रैल-जून में भारत में ग्रामीण मांग मजबूत रही, जो शहरी खपत से भी आगे निकल गई. लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है. ग्लोबल रिसर्च फर्म नीलसनआईक्यू के...
Indian Economy: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से व्यापार करने के चलते भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है, जिससे दोनों देशों के व्यापार संबंधों में तनाव बढ़ने की संभावना है. वहीं, इसे लेकर...
वित्त मंत्रालय की मासिक आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर रुख के साथ विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रही है. वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में घरेलू आपूर्ति और मांग की बुनियाद मजबूत रही, जिससे...
FY26 की पहली तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था ने सशक्त प्रदर्शन किया है. वित्त मंत्रालय की मासिक आर्थिक समीक्षा (MER) के मुताबिक, देश में घरेलू मांग, व्यापारिक गतिविधियों, और सेवा क्षेत्र की मजबूती के साथ-साथ दक्षिण-पश्चिम मानसून की अच्छी...
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने बुधवार को कहा कि टैरिफ (Tariff) को लेकर वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) स्ट्रॉन्ग मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल के बल पर काफी हद तक मजबूत बनी हुई है. आरबीआई बुलेटिन...
क्रिसिल की ओर से सोमवार को जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP ) चालू वित्त वर्ष (FY26) में 6.5% की दर से बढ़ सकता है। इसकी वजह घरेलू खपत में सुधार...
मजबूत आधार और लगातार अच्छे प्रदर्शन के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था (Economy, Economy) का आकार बीते एक दशक में तीगुना बढ़कर होकर FY24-25 में 331.03 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो कि FY14-15 में 106.57 लाख करोड़ रुपए था....
Lucknow/Delhi: राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि अर्थ-प्रबंधन में वसुधैव कुटुंबकम की भावना को आत्मसात किया जाना चाहिए. ऐसा करने से आध्यात्मिक अर्थशास्त्र की संरचना की जा सकती है और यही...