केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश में एक साथ चुनाव कराने को लेकर प्रतिबद्ध दिख रही है. इस संबंध में पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता में समिति की सिफारिशों को कैबिनेट ने व्यापक रूप से स्वीकार कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नियमित अंतराल पर विभिन्न मंचों से एक देश, एक चुनाव की व्यवस्था को मूर्त रूप देने का संकल्प जताते आ रहे हैं. संभावना है कि संसद की शीतकालीन सत्र में सरकार इस पहल पर आगे बढ़ती नजर आ सकती है. अनुच्छेद 370 को हटाने और नागरिकता संशोधन अधिनियम जैसे साहसिक फैसले लेने की पीएम मोदी की क्षमताओं को देखते हुए इस मामले में भी संदेह की गुंजाइश कम ही लगती है.
