Australia Terror Attack: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले की जांच के बाद चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इस हमले को अंजाम देने वाले बाप-बेटे घटना से कुछ हफ्ते पहले फिलीपींस गए थे. इस दौरान एक आरोपी ने भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा की थी, जबकि दूसरा ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट पर गया था. यह खुलासा न सिर्फ जांच एजेंसियों के लिए अहम है बल्कि ग्लोबल लेवल पर सुरक्षा एजेंसियों की चिंता भी बढ़ा रहा है.
यहूदी विरोधी हिंसा की कड़ी निंदा
इसी बीच ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की. इस बातचीत में दोनों देशों ने आतंकवाद और यहूदी विरोधी हिंसा की कड़ी निंदा की और जांच में सहयोग पर सहमति जताई. एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हमले पर गहरा दुख जताया और ऑस्ट्रेलिया को हरसंभव समर्थन देने की बात कही. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा है कि शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि दोनों आरोपी इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रभावित थे.
खुलती जा रही हैं कई अहम परतें
माना जा रहा है कि कट्टरपंथी सोच ने इस हमले को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई. ऑस्ट्रेलियाई एजेंसियां अब आरोपियों की विदेश यात्राओं, संपर्कों और ऑनलाइन गतिविधियों की जांच कर रही हैं. बता दें कि जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई अहम परतें खुलती जा रही हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार फिलीपींस के इमिग्रेशन अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दोनों आरोपी 1 नवंबर को सिडनी से फिलीपींस पहुंचे थे और 28 नवंबर को वापस लौटे.
साजिद अकरम ने की भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा
फिलीपींस इमिग्रेशन ब्यूरो की प्रवक्ता डाना सैंडोवल ने बताया कि साजिद अकरम ने भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा की थी, जबकि उनके बेटे नावेद अकरम के पास ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट था. दोनों ने फिलीपींस में अपने अंतिम गंतव्य के तौर पर दावाओ शहर का नाम दर्ज कराया था. दावाओ, फिलीपींस के दक्षिणी हिस्से मिंडानाओ द्वीप पर स्थित है. यह इलाका पहले भी इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकी संगठनों की गतिविधियों के लिए चर्चा में रहा है.
साजिद अकरम भारतीय नागरिक
फिलीपींस इमिग्रेशन ब्यूरो ने यह भी साफ किया है कि साजिद अकरम भारतीय नागरिक थे और ऑस्ट्रेलिया में स्थायी निवासी के तौर पर रह रहे थे. ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्री टोनी बर्क ने बताया कि साजिद अकरम 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया पहुंचा था. बाद में उन्होंने पार्टनर वीजा लिया और समय-समय पर रेजिडेंट रिटर्न वीजा के जरिए विदेश यात्राएं करते रहे. उसका बेटा नावेद अकरम ऑस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है.
15 लोगों की मौत, 42 से ज्यादा घायल
रविवार 14 दिसंबर को सिडनी के बॉन्डी बीच पर हनुक्का फेस्टिवल के दौरान अचानक हुई फायरिंग में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 42 से ज्यादा लोग घायल हो गए. हमलावरों की पहचान 50 वर्षीय साजिद अकरम और उनके 24 वर्षीय बेटे नावेद अकरम के रूप में हुई. हमले के दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में साजिद अकरम मारा गया, जबकि नावेद अकरम घायल हालत में अस्पताल में भर्ती है और पुलिस निगरानी में है.
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