Australia forest fire: ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया द्वीप राज्य की राजधानी होबार्ट से 105 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित छोटे तटीय शहर डॉल्फिन सैंड्स में भीषण आग लग गई, जिससे 30 से अधिक घर जल गए या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं, बहुत से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई थी, जिन्हें अभी वापस लौटने की अनुमति नहीं दी गई है, क्योंकि हालात अभी सुरक्षित नहीं है.
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि राज्य की राजधानी होबार्ट से 105 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित छोटे तटीय शहर डॉल्फिन सैंड्स में आग से 19 घर तबाह हो गए और 14 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए.
अभी सुरक्षित नहीं हालात
वहीं, तस्मानिया के फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज कमिश्नर, जेरेमी स्मिथ ने कहा कि आउटबिल्डिंग, गैरेज और बिजली के इंफ्रास्ट्रक्चर सहित 120 से ज़्यादा संपत्तियों को नुकसान हुआ है. हालांकि सोमवार की सुबह तक आग को काबू में कर लिया गया था, लंकिन अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि तेज हवाओं (लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटा) के पूर्वानुमान के कारण अभी अपने घर वापस जाना सुरक्षित नहीं है.
इंसिडेंट कंट्रोलर माइकल गोल्डस्मिथ ने बताया कि जले हुए पेड़, टूटे ढांचे और बिखरा हुआ मलबा अभी भी गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं.
खतरनाक क्षेत्रों की पहचान करना जारी
इसके अलावा, सोमवार को जारी नयी आपात चेतावनी में कहा गया कि आग के कारणों की जांच और सभी खतरनाक क्षेत्रों की पहचान का काम चल रहा है. जो लोग अभी भी डॉल्फिन सैंड्स में हैं, उन्हें हालात पर लगातार नजर रखने और जरूरत पड़े तो तुरंत कार्रवाई करने की सलाह दी गई है.
आग लगने के कारणों की जांच जारी
तस्मानिया पुलिस के अनुसार, आपात सेवाएं उन लोगों का हालचाल ले रही हैं जो अपने घरों में ही रुके हुए हैं और यह सुनिश्चित कर रही हैं कि उन्हें आवश्यक सामग्री मिलती रहे. वहीं, आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है.
वहीं, सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों जैसे सेंट्रल कोस्ट, मिड कोस्ट, अपर हंटर, मुस्वेलब्रुक, वर्रुम्बंगल आदि में आपदा सहायता शुरू कर दी है. इसमें आपात आवास, आवश्यक वस्तुओं की मदद और किसानों व व्यवसायियों के लिये लोन शामिल हैं. लोग भी बड़ी मात्रा में भोजन, वस्त्र और अस्थायी आवास जैसी सहायता दे रहे हैं.
50 से अधिक जंगल की आग घटनाएं सक्रिय
सोमवार तक न्यू साउथ वेल्स राज्य में 50 से अधिक जंगल की आग घटनाएं सक्रिय थीं. अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि इस वर्ष दिसंबर से फरवरी के बीच ऑस्ट्रेलिया में जंगल की आग का जोखिम और बढ़ सकता है, क्योंकि पिछले कुछ शांत वर्षों के बाद अब भीषण गर्मी की संभावना अधिक है.
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