हसीना को करना होगा ‘हत्या के प्रयास’ का सामना…सच हुई भारतीय ज्योतिषी की भविष्यवाणी

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bangladesh Crisis: बांग्‍लादेश में हिंसा का दौर जारी है. प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने पद से इस्‍तीफा दे चुकी हैं और सुरक्षा के लिहाज से देश छोड़ चुकी हैं. फिलहाल बांगलादेश की कमान सेना के हाथ में हैं. अब शेख हसीना को लेकर एक ऐसी खबर सामने आई हैं जो हर किसी को हैरान कर देने वाला है. दरअसल शेख हसीना के हालिया स्थिति की भविष्‍यवाणी भारत के एक ज्‍योति‍ष ने पिछले साल दिसंबर में ही कर दी थी. शेख हसीना के पतन के बारे में भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी प्रशांत किनी की भविष्यवाणी सोमवार को सच हो गई.

सच हुई किन्‍नी की भविष्‍यवाणी

बांग्लादेश में हंगामा और हिंसा भरे दृश्यों के बीच, ज्‍योतिषी किनी ने अपने भविष्‍यवाणी की बात कही है. उन्‍होंने सोमवार को सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर एक पुरानी पोस्‍ट शेयर की और कहा मैंने पहलजे ही भविष्‍यवाणी कर दी थी कि शेख हसीना अगस्‍त 2024 तक मुश्किल में पड़ेंगी. ज्‍योतिष की बात सच हुई और शेख हसीना ने 15 साल तक देश में सत्‍ता संभालने के बाद आखिरकार सोमवार को इस्‍तीफा दे दिया.

किनी का पुराना ट्वीट

प्रशांत किनी ने अपनी पुरानी पोस्‍ट शेयर की जिसमें लिखा गया था कि बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर मेरी भविष्‍यवाणी है उनको साल 2024 के मई, जून, जुलाई और अगस्‍त में सावधान रहना चाहिए. उन्‍हें हत्‍या के प्रयास का सामना करना पड़ सकता है. मालूम हो कि सोमवार, 5 अगस्‍त को शेख हसीना के इस्‍तीफा देने के बाद ही प्रदर्शनकारी उनके घर पर पहुंचे थे और जमकर तोड़फोड़ की थी. उनकी साड़ी तक उठा ले गए थे.

बांग्लादेश में क्यों उग्र हुई जनता

छात्र नेता नाहिद इस्लाम के नेतृत्व में अशांति, जुलाई की शुरुआत में सरकारी नौकरियों में भेदभावपूर्ण कोटा के खिलाफ एक आंदोलन के तौर पर शुरू हुई. देखते ही देखते यह आंदोलन सरकार विरोधी आंदोलन में तब्‍दील हो गई. प्रदर्शनकारियों ने राजनीतिक हेरफेर का आरोप लगाते हुए विवादास्पद कोटा सिस्‍टम को समाप्त करने की मांग की, जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए 30 फीसदी सरकारी नौकरियां आरक्षित थीं.

शेख हसीना के पास नहीं था कोई ऑप्‍शन

राजधानी ढाका में प्रदर्शनकारियों को शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए एक बख्तरबंद गाड़ी के ऊपर बांग्लादेशी झंडा लहराते हुए भी देखा गया. अभी भी बांग्लादेश का हिंसा जारी है. राजधानी ढाका में सैनिकों और पुलिस की भारी तैनाती है. कई सप्‍ताह के तेज विरोध और प्रदर्शन के बाद सुरक्षा के लिहाज से पूर्व पीएम शेख हसीना के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था.

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