Dhaka: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की हालत गंभीर बनी हुई है. इसी बीच उनके बेटे तारिक रहमान के भी वापसी होने के संकेत मिल रहे हैं. बताया जा रहा है कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की 80 वर्षीय अध्यक्ष खालिदा जिया के बेटे की वापसी हो सकती है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी. तारिक लंदन में एक दशक से अधिक समय से स्व-निर्वासन में रह रहे हैं.
PM मोदी ने भी जिया के स्वास्थ्य पर व्यक्त की गहरी चिंता
इधर, जिया की हालत नाजुक है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. उन्हें 23 नवंबर को हृदय और फेफड़ों के संक्रमण की शिकायत के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सोमवार को जिया के स्वास्थ्य पर गहरी चिंता व्यक्त की और हरसंभव सहायता की पेशकश की. BNP की स्थायी समिति के सदस्य सलाहुद्दीन अहमद ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष रहमान बहुत जल्द बांग्लादेश लौटेंगे.
BNP फिर से प्रमुख पार्टी के रूप में उभरी
पांच अगस्त 2024 को छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के सत्ता से हटने के बाद बदली राजनीतिक परिस्थितियों में BNP फिर से प्रमुख पार्टी के रूप में उभरी है. BNP नेताओं के अनुसार 2008 से लंदन में रह रहे तारिक रहमान नया बांग्लादेशी पासपोर्ट जारी होने का इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि वह अंतरिम सरकार द्वारा दिए गए एक बार के लिए (वन-टाइम) यात्रा पास का उपयोग नहीं करना चाहते.
बांग्लादेश में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हैं रहमान
एक संवाददाता सम्मेलन में चुनाव आयोग के वरिष्ठ सचिव अख्तर अहमद ने कहा कि रहमान इस समय बांग्लादेश में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हैं लेकिन चुनाव आयोग की अनुमति मिलने पर वह पंजीकरण करा सकते हैं. इस बीच ढाका के एवरकेयर अस्पताल के इर्द गिर्द सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. इसी अस्पताल में जिया का इलाज किया जा रहा है. द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने सोमवार देर रात करीब दो बजे अस्पताल के मुख्य द्वार पर अवरोधक लगा दिया.
पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा में 24 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि मरीजों की आवाजाही सुनिश्चित करने और पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा बढ़ाने के लिए 24 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. मध्यरात्रि के बाद विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) के चार सदस्य अस्पताल पहुंचे और उन्होंने करीब तीन घंटे तक अस्पताल भवन के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया. अंतरिम सरकार ने सोमवार को जिया को अति महत्वपूर्ण व्यक्ति घोषित किया, जिससे उनकी सुरक्षा के लिए एसएसएफ की तैनाती संभव हो सकी.
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