ब्रिटेन की संसद में चर्चा का विषय बना भारत-पाकिस्तान संघर्ष, सांसदों ने जताई चिंता, कही ये बात

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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British Parliament: पहलगाम हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर की गई भारतीय कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्‍तान के बीच बढ़ता तनाव पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. इसी बीच ब्रिटेन की संसद में भी दोनों देशों के बीच बने हालातों को लेकर लंबी चर्चा हुई.

इस दौरान विभिन्न दलों के सदस्यों ने क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए ब्रिटेन की तरफ से मदद की जरूरत बताई. ब्रिटेन के विदेश मंत्री हैमिश फाल्कनर ने बुधवार को निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में एक बयान के साथ चर्चा की शुरुआत की. इस चर्चा में कूटनीति एवं संवाद के महत्व पर प्रधानमंत्री कीर स्टॉर्मर की पिछली टिप्पणियों को दोहराया. साथ ही देश में बड़ी संख्या में ब्रिटिश भारतीयों और ब्रिटिश पाकिस्तानियों के लिए संघर्ष के बहुत ही ‘‘व्यक्तिगत’’ पहलू से संबंधित चिंताओं को भी व्यक्त किया.

…तो किसी की नहीं होगी जीत

ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि ‘‘भारत और पाकिस्तान को हम लगातार यही संदेश देना चाहते हैं कि वे संयम बरतें. उन्हें एक त्वरित, कूटनीतिक मार्ग तलाशने के लिए बातचीत में शामिल होने की आवश्यकता है. उन्‍होंने कहा कि ब्रिटेन का भारत और पाकिस्‍तान दोनों देशों के साथ ही घनिष्ठ और अनूठा संबंध है. ऐसे में इन देशों में नागरिकों की जान जाते देखना दिल को झकझोर देने वाला है. यदि ऐसे ही तनाव बढ़ता रहा तो किसी की भी जीत नहीं होगी.

आतंकवाद भारत और पश्चिमी हितों के लिए खतरा

विदेश मंत्री ने भारत के खुद का बचाव करने और ‘‘आतंकवादी बुनियादी ढांचे’’ को नष्ट करने के लिए ‘‘उचित एवं सीधा’’ कदम उठाने के अधिकार पर प्रकाश डाला. ब्रिटेनी सांसद ने कहा कि पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी भारत और पश्चिमी हितों के लिए खतरा हैं. यह वही देश है जहां ओसामा बिन लादेन छिपा हुआ था. भारत में आतंकवादियों द्वारा हिंसा के लंबे इतिहास की वजह से ब्रिटेन ने भारत के साथ लंबे समय से सुरक्षा सहयोग समझौतों में जगह बनाई है.’’

दोनों देशों के बीच तनाव करने के लिए ब्रिटेन तैयार

इसके आलावा, भारत में जन्मे और ब्रिटेन के इलफर्ड साउथ से लेबर पार्टी के सांसद जस. अठवाल ने कहा कि मैं अच्छी तरह से जानता हूं कि कोई भी देश अपने कदम पीछे नहीं करेगा. ऐसे में वो ऐसा क्या कर सकते हैं जिससे कि दोनों ‘सुपरपॉवर’ दुनिया के इस अस्थिर हिस्से में शांति बहाल करने के लिए बातचीत की मेज पर आएं. और इसके लिए हम हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार है

भारत ने इस बात को किया स्‍पष्‍ट

वहीं, कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने पाकिस्तान से ‘‘हमेशा हमेशा के लिए’’ आतंकवादी ठिकानों को हटाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि ‘‘भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि या तो पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के साथ लगते इन आतंकवादी ठिकानों को हटा दे या फिर भारत उन्हें हटा देगा… उन्होंने भारत के ऑपरेशन सिंदुर का जिक्र करते हुए कहा कि नौ जगहों को निशाना बनाया गया; वे आतंकवादी ठिकाने थे जहां आतंकवादियों को भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था.

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