Captain Shubhanshu Shukla: भारतीय अंतरिक्ष यात्री, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla), इस समय अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं, जहां वो 12 दिन से भी अधिक का समय बिता चुके है. Axiom-4 मिशन के तहत शुभांशु शुक्ला के साथ तीन अन्य यात्री भी आईएसएस पर पहुंचे है, जिनके अब वापसी का भी समय आ गया है. बता दें कि या मिशन फ्लोरिडा से 25 जून 2025 को लॉन्च हुआ था.
नासा के एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचे में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला व चालक दल के 3 अन्य यात्री जल्द ही धरती पर वापस आने वाले हैं, जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक, शुभांशु शुक्ला समेत सभी अंतरिक्ष यात्री आगामी 14 जुलाई को ISS से वापस पृथ्वी पर लौटने के लिए तैयार हैं.
नासा ने क्या बताया?
दरअसल, नासा के ‘नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन’ कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने गुरुवार को सभी अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को लेकर मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि “हम स्टेशन प्रोग्राम पर काम कर रहे हैं और एक्सिओम-4 की प्रगति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. स्टीव स्टिच ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें उस मिशन को अनडॉक (अलग करना) करना होगा और इसका मौजूदा लक्ष्य 14 जुलाई है.”
अंतरिक्ष में किसान बने शुभांशु शुक्ला
बता दें कि अंतरिक्ष यात्रा के दौरान आखिरी चरण में शुभांशु शुक्ला ने एक किसान की भूमिका निभाई है, इस दौरान उन्होंने ‘पेट्री डिश’ में मूंग और मेथी उगाई है, जिसकी तस्वीरें भी उन्होंने साझा की है. दरअसल, शुभांशु शुक्ला का मकसद ये जानना है कि सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण अंकुरण और पौधों के प्रारंभिक विकास को कैसे प्रभावित करता है. साथ ही इन बीजों को कई पीढ़ियों तक उगाया जाएगा और आनुवंशिकी, सूक्ष्मजीवी पारिस्थितिकी तंत्र और पोषण प्रोफाइल में बदलाव का पता लगा जाएगा.
जानें एक्सिओम-4 मिशन के बारे में
आपको बता दें कि नासा का एक्सिओम-4 मिशन बीते 25 जून को अमेरिका के फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था, जो 28 घंटे के सफर के बाद 26 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंच गया था. एक्सिओम-4 मिशन में शुभांशु शुक्ला (पायलट) के अलावा 3 अंतरिक्ष यात्री पेग्गी व्हिटसन (कमांडर), पोलैंड के अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की (मिशन विशेषज्ञ) और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कापू (मिशन विशेषज्ञ) शामिल हैं.
इसे भी पढें:-नेपाल में छात्रों पर फ्लाइट ड्रोन परीक्षण करना पडा़ भारी, प्रोफेसर समेत पांच गिरफ्तार