Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच की दुश्मनी किसी से भी छिपी हुई नहीं है. ट्रंप को जब-जब मौका मिलता है, वो बाइडेन को घेरने से पीछे नहीं हटते हैं. ऐसे में ही अब उन्होंने जो बाइडेन के खिलाफ एक और विवादास्पद कदम उठाया है. दरअसल, ट्रंप ने व्हाइट हाउस में से पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन की तस्वीर को हटा दिया है और उसके जगह पर एक ‘ऑटोपेन’ की तस्वीर लगा दी.
व्हाइट हाउस के वेस्ट विंग के बाहर वॉकवे में क्रमबद्ध तरीके से पूर्व राष्ट्रपतियों की तस्वीर लगाई गई है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप की दो तस्वीरों के बीच से जो बाइडेन की फोटो गायब थी. बाइडेन की तस्वीर की जगह ‘ऑटोपेन’ की तस्वीर लगा दी गई है. इसकी जानकारी राष्ट्रपति की विशेष सहायक और संचार सलाहकार मार्गो मार्टिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी.
बाइडेन के फ्रेम में ‘ऑटोपेन’
इस वॉक-वे में रोनाल्ड रीगन से लेकर बराक ओबामा तक सभी पूर्व राष्ट्रपतियों के पोर्ट्रेट लगाए गए हैं, लेकिन जो बाइडेन की तस्वीर की जगह ‘ऑटोपेन’ की तस्वीर ने सबका ध्यान खींचा. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की गई एक वीडियो में ट्रंप इस ‘ऑटोपेन’ को देखते हुए दिखाई दिए.
क्या होता है ‘ऑटोपेन’?
बता दें कि ऑटोपेन एक डिजिटल डिवाइस है, जो किसी व्यक्ति के साइन को स्वचालित रूप से दोहराता है. यह रोबोटिक आर्म या प्रोग्राम्ड पेन के मध्यम से साइन का डिजिटल पैटर्न स्टोर कर उसे कागज पर बनाता है. ऐसे में ट्रंप का कहना है कि बाइडेन ने अपने कार्यकाल में ऑटोपेन का दुरुपयोग किया और उनकी शारीरिक क्षमताओं को छिपाने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर स्वचालित हस्ताक्षर किए गए.
‘ऑटोपेन’ लगाने की वजह
मौजूदा राष्ट्रपति का ये भी दावा है कि ‘बाइडेन ने क्षमादान समेत महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए ऑटोपेन का इस्तेमाल किया था. इतना ही नहीं बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने ऑटोपेन का इस्तेमाल करके अपने ‘बॉस’ के जाली हस्ताक्षर किए होंगे और ऐसी व्यापक कार्रवाई की होगी, जिसकी उन्हें जानकारी नहीं थी.’
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पहले भी दावा कर चुके हैं कि बाइडेन ने अपने कार्यकाल के अंतिम महीनों में 4,000 से अधिक लोगों को क्षमादान देने और सजा कम करने के लिए ऑटोपेन का उपयोग किया था. वहीं, ट्रंप ने जनवरी 2025 में दावा किया था कि इन क्षमादानों का कोई मूल्य नहीं है, क्योंकि ये दस्तावेज बाइडेन की जानकारी के बिना ऑटोपेन से हस्ताक्षरित किए गए थे.
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