Donald Trump : एक बार फिर अपने बयानों को लेकर ट्रंप चर्चा में है. ऐसे में उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा कि उनके फैसलों और नीतियों की वजह से दुनिया में कई बड़े टकराव खत्म हुए हैं. ट्रंप का दावा किया और कहा कि उन्होंने सिर्फ दस महीनों के भीतर आठ युद्धों को समाप्त कराया और इसके पीछे उनकी सबसे बड़ी ताकत टैरिफ नीति रही.
इस मामले को लेकर ट्रंप ने कहा कि टैरिफ न केवल अमेरिका की आर्थिक शक्ति को दिखाता है, बल्कि इसके साथ ही नीति वैश्विक स्तर पर दबाव बनाने में भी कारगर साबित हुई. इतना ही नही बल्कि उन्होंने इस बात को दोहराते हुए कहा कि टैरिफ शब्द उन्हें सबसे ज्यादा पसंद है और यही उनकी राजनीति की पहचान बन चुका है.
2026 के एजेंडे को लेकर भाषण में बोले ट्रंप
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2026 के एजेंडे से जुड़े भाषण में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमेरिका की ताकत को फिर से मजबूत किया है. उन्होंने ये भी कहा कि ईरान से जुड़े परमाणु खतरे को खत्म किया गया, काफी लंबे समय से गाजा में चल रहा संघर्ष रोका गया और वहां शांति का माहौल बना. इस दौरान ट्रंप ने कहा कि बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की गई, चाहे वे जीवित हों या मृत. बता दें कि उनके इस दावों को लेकर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहस शुरू हो गई है, क्योंकि कई विशेषज्ञ इन बयानों को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया मान रहे हैं.
महंगाई पर कम बात, टैरिफ से कमाई पर जोर
बता दें कि अमेरिका में बढ़ती महंगाई और आयातित सामान की कीमतों में इजाफे के बावजूद ट्रंप ने अपने भाषण में इन मुद्दों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. उनका मानना है कि टैरिफ के कारण अमेरिका को उम्मीद से कहीं ज्यादा राजस्व मिला. प्राप्त जानकारी के अनुसार टैरिफ नीति ने देश को आर्थिक रूप से मजबूत किया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पास किए गए टैक्स कटौती से जुड़े कानूनों ने अमेरिकी नागरिकों और कारोबारियों को राहत दी है.
भारत समेत इन देशों पर लगाया टैरिफ
ऐसे में ट्रंप प्रशासन के दौरान कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील और भारत समेत कई देशों पर टैरिफ लगाए गए. उनका मानना है कि इन फैसलों से अमेरिकी उद्योगों को संरक्षण मिला और रोजगार के अवसर बढ़े. इस मामले को लेकर आलोचकों का कहना है कि इन नीतियों से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा और उनके इस फैसले से आम लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
इस मुद्दे पर ट्रंप ने नही दी सफाई
बता दें कि इन दावों के बीच ट्रंप की लोकप्रियता को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. हाल के दिनों में सर्वे के दौरान खुलासा हुआ है कि अमेरिका के बहुत कम लोग उनके आर्थिक प्रबंधन से संतुष्ट हैं. लेकिन फिर ट्रंप ने अपने भाषण में इस मुद्दे पर कोई सफाई नही दी.
ट्रंप ने बाइडेन पर लगाए गंभीर आरोप
जानकारी के मुताबिक, ट्रंप ने संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली, तब देश की स्थिति खराब थी इसके साथ ही ये भी कहा कि मौजूदा समस्याएं पिछली सरकार की देन हैं. बता दें कि ट्रंप ने आव्रजन, महंगाई और सामाजिक मुद्दों का हवाला देते हुए डेमोक्रेट सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह अब हालात सुधारने का काम कर रहे हैं.
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