‘केवल बातचीत और कूटनीति से…’, अलास्का में ट्रंप-पुतिन की मुलाकात पर भारत की पहली प्रतिक्रिया

Donald Trump-Vladimir Putin : अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के बीच हुए शिखर सम्मेलन का भारत ने स्वागत किया. ऐसे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि दुनिया जल्द से जल्द युद्ध का अंत चाहती है.

पुतिन के बीच शिखर बैठक का स्वागत

इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है कि “भारत अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर बैठक का स्वागत करता है. बता दें कि दोनों के शांति की दिशा में इस पहल में उनका नेतृत्व काफी सराहनीय है. इसके साथ ही भारत शिखर सम्मेलन में हुई प्रगति की सराहना करता है.” ऐसे में उनका कहना है कि आगे का रास्ता केवल बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है.

दोनों के बीच नहीं हुआ कोई समझौता

जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच लगभग 3 घंटे तक बातचीत हुई. इस बैठक के बाद दोनों नेताओं ने एक संक्षिप्त संयुक्त प्रेस वार्ता की. फिलहाल बातचीत के बाद किसी समझौते की घोषणा नहीं हुई और न ही किसी नेता ने सवालों के जवाब दिए. लेकिन ट्रंप ने इस चर्चा को बहुत उपयोगी बताया. हाल ही में अमेरिका ने भारत पर 25 फीसदी टैरिए लगाए हैं. इस दौरान पुतिन के साथ इस बैठक में ट्रंप ने दावा करते हुए कहा कि भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ की वजह से रूस ने एक प्रमुख तेल ग्राहक खो दिया है.

पुतिन के साथ मीटिंग के बाद ट्रंप ने कहा

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार पुतिन के साथ मीटिंग के बाद ट्रंप ने कहा कि “मुझे उम्मीद है कि हम जिस समझौते पर पहुंचे हैं, वह हमें समाधान को खोजने में मदद करेगा और यूक्रेन में शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा. ऐसे में ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है हमारी बैठक बहुत ही उपयोगी रही.”

इस बैठक को लेकर ट्रंप ने बहुत ही रहस्यमय तरीके से कहा “कुछ बड़े समझौते ऐसे हैं जिन तक हम अभी तक नहीं पहुंच पाए हैं, लेकिन एक समझौता शायद सबसे महत्वपूर्ण है. फिलहाल हम वहां तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन हमारे पास वहां पहुंचने की बहुत अच्छी संभावना है.”

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