FIFA Peace Prize: नोबेल शांति पुरस्कार पाने की चाह रखने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आखिरकार शांति पुरस्कार मिल ही गया. ये पुरस्कार उन्हें फीफा ने दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति को सम्मानित करने के लिए वॉशिंगटन के कैनेडी सेंटर में समारोह का आयोजन किया गया. इसमें ट्रंप को गोल्ड ट्रॉफी और पदक से सम्मानित किया गया.
ट्रंप को मिला शांति पुरस्कार FIFA Peace Prize
दरअसल, ट्रंप काफी समय से दावा कर रहे हैं कि उन्होंने कई युद्ध रुकवाए. अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने शांति प्रयासों के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने की इच्छा जताई थी, लेकिन ऐसा हो न सका. अब फीफा ने दुनिया में शांति स्थापित करने में योगदान के लिए ट्रंप को शांति पुरस्कार से नवाजा है. फीफा ने इस साल से ही शांति पुरस्कार देना शुरू किया है. यह अवॉर्ड उन लोगों को दिया जा रहा है जो दुनिया में शांति स्थापित करने में अपना योगदान दे रहे हैं और लोगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं.
पीएम मोदी की भी दिखी झलक
पुरस्कार देने से पहले समारोह में ट्रंप का एक क्लिप भी चलाया गया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति के कूटनीतिक प्रयासों के साथ-साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू समेत तमाम नेताओं के साथ उनकी बातचीत की एक झलक दिखाई गई. फीफा शांति पुरस्कार प्राप्त करने के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “यह वास्तव में मेरे जीवन का एक महान सम्मान है. पुरस्कार से अधिक महत्वपूर्ण यह है कि हमने करोड़ों लोगों की जिंदगी बचाई. कांगो इसका एक उदाहरण है, जहां 10 मिलियन लोग मारे गए थे और जैसी स्थिति थी, जल्द ही ये संख्या और 10 मिलियन पहुंच सकती थी, लेकिन हमने हस्तक्षेप कर इसे रोका. भारत-पाकिस्तान सहित कई संघर्षों को भी हमने रोकने में मदद की.”
मारिया कोरिना मचाडो को मिला नोबेल शांति पुरस्कार
ट्रंप ने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैंने कई वैश्विक संघर्षों को खत्म किया और इस संदर्भ में मैंने अपनी उम्मीदवारी को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी जोड़ा. इस साल अमेरिकी सरकार की तरफ से ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की खूब मांग हुई थी. खुद ट्रंप ने भी इस बात की हामी भरी. हालांकि, इस साल नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए मारिया कोरिना मचाडो को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया.