गाजा में बढ़ी सीजफायर की उम्‍मीद, पश्चिम एशिया के दौरे पर ट्रंप के विशेष दूत विटकॉफ, इन मुद्दों पर होगी बात

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Gaza ceasefire: अमेरिका ने एक बार फिर से गाजा में युद्ध विराम की कोशिशों तेज कर दिया है, और इसी सिलसिले में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ जल्द ही पश्चिम एशिया (मिडिल ईस्ट) की यात्रा करने वाले है. इसकी जानकारी अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने मंगलवार को दी. उन्‍होंने बताया कि विटकॉफ पश्चिम एशिया क्षेत्र में इस “मजबूत उम्मीद” के साथ जा रहे हैं कि अमेरिका  संघर्षविराम समझौते के साथ-साथ मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए एक नया गलियारा (ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर) स्थापित करने में सफल हो सकता है.

टैमी ब्रूस ने कहा कि “मुझे लगता है कि हमारे पास कुछ अच्छी खबरें हो सकती हैं, लेकिन जैसा कि हम जानते हैं, यह स्थिति लगातार बदल सकती है.” हालांकि इस दौरान उन्‍होंने यह स्‍पष्‍ट नहीं किया कि विटकॉफ कहां जा रहे हैं या उनका कार्यक्रम क्या है?

विटकॉफ के कार्यक्रमों के बारे में नहीं दी गई कोई जानकारी

वहीं, अन्‍य तीन अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि विटकॉफ इस सप्ताह यूरोप की यात्रा पर हैं, जहां वे गाजा, संघर्षविराम की कोशिशों और अन्य मुद्दों पर बातचीत करेंगे. लेकिन इन अधिकारियों ने भी मिडिल ईस्ट में उनके संभावित ठिकानों और कार्यक्रमों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. इसके अलावा, अमेरिकी विदेश विभाग के कार्यालय ने विटकॉफ की यात्रा से संबंधित और जानकारी देने के अनुरोधों का कोई जवाब नहीं दिया, जिसे यह स्‍पष्‍ट नहीं हो सका है कि उनके इस यात्रा का कार्यक्रम क्‍या होगा.

खाद्य वितरण केंद्र पर मारे गए 85 फिलिस्तीनी

बता दें कि गाजा में खाद्य वितरण केंद्रों की ओर जाने वाले फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत का सिलसिला जारी है. अभी हाल ही में भोजन लेने वितरण केंद्र पर जा रहे 85 फिलिस्तीनियों की इजरायली हमले में मौत हो गई, जिसे 21 महीनों के इस जंग का सबसे भयावह हमला माना जा रहा है ऐसे में अमेरिका मानवीयता के लिए गाजा में युद्ध विराम को तत्काल जरूरी समझ रहा है.

इजरायल पर लगे ये आरोप

हालांकि इजरायली सेना का कहना है कि उन्‍होंने सिर्फ चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं, लेकिन मौतों की संख्या “बहुत बढ़ा-चढ़ाकर” बताया जा रहा है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी ने भी इजरायल पर मानवीय सहायता के लिए इकट्ठा भीड़ पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया है.  ऐसे अमेरिकी मंत्रालय के प्रवक्‍ता ब्रूस ने कहा कि जब नागरिक ज़िकिम क्रॉसिंग के माध्यम से आने वाली सहायता तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, तब हुई यह घटना “बिल्कुल भयावह” थी और यही वजह है कि अमेरिका नए मानवीय गलियारे की स्थापना की पुरजोर वकालत कर रहा है.

क्‍या है युद्ध विराम को लेकर अमेरिका की योजना?

साथ ही उन्‍होंने ये भी बताया कि कतर में कई हफ्तों से चल रही बातचीत में कुछ मामूली प्रगति के संकेत मिले हैं, लेकिन कोई बड़ा समझौता नहीं हुआ है. दरअसल, अमेरिका के योजना के तहत गाजा में 60 दिनों का संघर्षविराम प्रस्तावित है, जिसमें हमास कुछ बंधकों को रिहा करेगा. जबकि इज़रायल फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा और गाजा में बड़ी मात्रा में मानवीय सहायता भेजी जाएगी.

60 दिनों बाद फिर जंग शुरू कर सकता है इजरायल

वहीं, इन 60 दिनों के अंदर ही दोनों पक्ष युद्ध को स्थायी रूप से समाप्त करने पर वार्ता शुरू करेंगे. हालांकि, इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि जब तक हमास सत्ता से हटाया नहीं जाता और वो निहत्था नहीं हो जाता तब तक हम जंग जारी रखेंगे. बता दें कि हमास के पास 50 बंधक है, जिसमें से 20 के जीवित होने की संभावना है. वहीं, हमास का कहना है कि जब तक युद्ध समाप्त नहीं हो जाता, वह सभी बंधकों को रिहा नहीं करेगा. दरअसल, हमास सोच रहा है कि 60 दिन पूरे होने के बाद नेतन्याहू फिर से युद्ध शुरू कर सकते हैं, जैसा कि उन्होंने मार्च में किया था.

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