भारत ने खाली किया ताजिकिस्तान में स्थित अयनी एयरबेस, रक्षा नीति में बदलाव के दिए संकेत

Must Read

India Vacates Air Base In Tajikistan : वर्तमान समय में भारत ने ताजिकिस्तान में स्थित अयनी एयरबेस खाली कर दिया है. जानकारी देते हुए बता दें कि पिछले 25 वर्षों से भारत इस एयरबेस का संचालन कर रहा था. इतना ही नही बल्कि भारतीय सैन्य अभियानों के लिए अयनी एयरबेस एक अहम केंद्र माना जाता था. जो कि ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. प्राप्त जानकारी के अनुसार 2002 में भारत और ताजिकिस्तान के बीच एक रणनीतिक समझौता हुआ, जिसके तहत भारत ने इस एयरबेस के पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण का काम अपने हाथों में लिया. इस बेस ने मध्य एशिया में भारत की मौजूदगी को मजबूत किया है.

पाक की गतिविधियों पर भी रखता था नजर

जानकारी देते हुए बता दें कि अयनी एयरबेस पर भारत की मौजूदगी से भारत को कई सामरिक लाभ थे. क्‍योंकि यह एयरबेस अफगानिस्तान की सीमा से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर था, जिससे दोनों देशों के बीच नजदीकी बनी हुई थी. इतना ही नही बल्कि इस बेस से भारत पाकिस्‍तान की गतिविधियों पर भी निगरानी रख सकता था. बता दें कि ताजिकिस्तान की सीमा चीन के शिंजियांग प्रांत से लगती है, इसलिए यह बेस भारत के लिए चीन की गतिविधियों पर नजर रखने का भी केंद्र था.

ताजिकिस्तान की राजनीति

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार कुछ ही साल पहले ताजिकिस्तान सरकार ने विदेशी सैनिकों पर प्रतिबंध कड़ा किया है. क्‍योंकि देश के भीतर कोई विदेशी सेना लंबे समय तक रहे, ऐसा राष्ट्रपति इमामोली रहमान को मंजूर नही था. इसके साथ ही अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ क्वाड गठबंधन के तहत भारत की प्राथमिकता समुद्री सुरक्षा पर है ना कि मध्य एशिया में स्थायी ठिकानों पर. यही वजह है कि अयनी बेस को छोड़ना भारत की दीर्घकालिक रणनीति के अनुरूप है.

भारत की रक्षा रणनीति में बदलाव के संकेत 

जानकारी के मुताबिक, भारत अभी भी ताजिकिस्तान के साथ रक्षा और खुफिया सहयोग बनाए रखे हुए है. इसके अलावा, भारत चाबहार बंदरगाह (ईरान) और उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है, जो मध्य एशिया तक भारत की पहुंच बनाए रखते हैं. बता दें कि भारत की विदेश नीति और रक्षा रणनीति में अयनी एयरबेस का खाली होना एक बदलाव का संकेत है. लेकिन यह संतुलित रणनीति का हिस्सा भी है. भारत प्रत्यक्ष टकराव से बचते हुए वैश्विक साझेदारी और प्रभाव क्षेत्र को नए ढंग से परिभाषित कर रहा है.

इसे भी पढ़ें :- ट्रंप की दक्षिण कोरिया की यात्रा से पहले किम जोंग ने दिखाई अपनी ताकत, क्रूज मिसाइलों का किया परीक्षण

Latest News

अमिताभ बच्चन के पैर छूने पर भड़का खालिस्तानी आतंकी संगठन, दिलजीत दोसांझ को दे डाली धमकी!

Mumbai: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के पैर छूने पर भड़के खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) ने...

More Articles Like This