इस पहाड़ी के नीचे ईरान ने छुपाया 400 किलो यूरेनियम, जारी रख सकता है न्यूक्लियर प्रोग्राम

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Iran: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार घोषणा की कि अमेरिकी विमान बी-2 बॉम्बर ने ईरान की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली फोर्डो को तबाह कर दिया है. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि उसकी दूसरी परमाणु स्‍थल नतांज और इस्फहान को भी बर्बाद कर दिया है. कुछ खबरों की मानें तो ईरान ने हमले से पहले ही अपना यूरेनियम फोर्डो से निकाल किसी गुप्त जगह पर शिफ्ट कर लिया है और वह आसानी से अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रख सकता है.

ईरान से 400 किग्रा यूरेनियम गायब

खबरों के अनुसार, ईरान से 400 किग्रा यूरेनियम गायब है, अटकलें लगाई जा रही हैं कि तेहरान ने ये यूरेनियम नतांज के पास कुह-ए-कोलांग गज ला, जिसे ‘पिकैक्स माउंटेन’ के नाम से भी जाना जाता है, के अंदर इस यूरेनियम को शिफ्ट कर दिया होगा. दावा किया जा रहा है इस माउंटेन में फोर्डो से भी ज्यादा गहराई में ईरान ने परमाणु संयंत्र बनाएं हैं, जिसके बारे में किसी को खबर नहीं है.

अमेरिकी और इजरायली सरकार का कहना है कि उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को अपने हमलों से खत्म कर दिया है. लेकिन दूसरी ओर ट्रंप ने ये भी कहा था कि ईरान डील को मान ले. जानकारों का कहना है कि यदि अमेरिका ये मान रहा है कि ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम खत्म हो गया, तो वह न्यूक्लियर डील की बात क्यों कर रहा है.

अमेरिका-इजरायल का नहीं पड़ेगा साया

जब अंतररार्ष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक ने ईरान से पूछा कि पिकैक्स माउंटेन के नीचे क्या हो रहा है, तो ईरान का जवाब संक्षिप्त और तीखा था. ईरानी अधिकारियों ने कहा कि इससे आपका कोई लेना-देना नहीं है. यह सुविधा, जिसके बारे में शायद ही कभी बात की जाती है, को फोर्डो से भी अधिक मजबूत बताया जाता है.

अप्रैल में इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी की ओर से प्रकाशित एक सेटेलाइट इमेज से पता चला कि ईरान माउंट कोलांग गज़ ला के बेस के चारों ओर एक नया सुरक्षा घेरा बना रहा था. ISIS ने अपने अप्रैल के आकलन में कहा कि नए परिसर में फोर्डो यूरेनियम संवर्धन स्थल के मुकाबले अधिक गहराई में दबे हुए हॉल हैं.

बहुत सुरक्षित है पिकैक्स माउंटेन

कई लोगों का मानना है कि ईरान हमले से पहले अपने यूरेनियम को पिकैक्स माउंटेन में ले गया होगा, जिससे ईरान अपने न्‍यूक्लियर प्रोग्राम को फिर से शुरू कर सकता है. थिंक टैंक फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के बेन टैलेब्लू ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि एक अहम सवाल यह है कि क्या ईरान पिकैक्स या किसी अन्य अज्ञात सुविधा में विखंडनीय सामग्री छिपाएगा या शायद पहले ही छिपा चुका है. इस सुविधा में कथित तौर पर 4 सुरंग एंट्री गैट हैं, जिससे बमबारी करके इसे बंद करना मुश्किल हो जाता है. इसके भूमिगत हॉल में भी अधिक जगह है.

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