Iran vs Israel : पश्चिम एशिया में फैली हुई अशांति के समाधान के लिए जी7 देशों के नेताओं ने तनाव कम करने की अपील की, लेकिन साथ ही अपने बयान में यह भी कहा कि इजरायल को भी आत्मरक्षा का अधिकार है. इस दौरान कनाडा के पीएम कार्यालय की तरफ से जारी जी7 देशों के संयुक्त बयान में कहा कि ‘हम जी7 देशों के नेता, पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता का समर्थन करते हैं. इसके साथ ही इस बात की पुष्टि भी की, कि इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है.
ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते
जानकारी के मुताबिक, दोनों देशों को लेकर जी7 देशों के संयुक्त बयान में कहा कि ईरान को क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा और आतंकवाद का स्त्रोत है. इसके साथ ही जी7 देशों के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता. बता दें कि इस हमले के दौरान ईरान के परमाणु ठिकानों के साथ ही उसकी सेना के कई शीर्ष कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए थे. जानकारी के मुताबिक, अब तक ईरान में इजरायल हमलों में 224 लोगों की मौत हो चुकी है और सैंकड़ों घायल हैं.
ईरान ने भी पलटवार में किया बड़ा हमला
इस दौरान इजरायल के हमले के बाद ईरान ने भी पलटवार किया और इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से बड़ा हमला किया. बता दें कि ईरान के जवाबी कार्रवाई में भी इजरायल के 24 लोगों की जान गई है और सैंकड़ों लोग घायल हैं. इस दौरान दोनों के बीच युद्ध को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका इजरायल और ईरान के बीच संघर्षविराम कराने की कोशिश कर रहा है.
ईरान ने अरब देशों के जरिए भिजवाया संदेश
उनका कहना है कि अगर संघर्षविराम होता है तो फ्रांस भी उसका पूर्ण रूप से समर्थन करेगा. जानकारी के मुताबिक, उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे इजरायल ईरान संघर्ष की वजह से वापस नहीं लौटे हैं बल्कि उनके वापस लौटने के कारण कुछ और था. इसके साथ ही जानकारी मिली है कि ईरान संघर्षविराम के लिए बातचीत करना चाहता है और उसने अरब देशों के जरिए अमेरिका को यह संदेश भिजवाया है.
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