India-Israel Friendship: इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा है कि हम यह नहीं भूलेंगे कि 7 अक्टूबर हमास हमले के समय पीएम नरेंद्र मोदी पहले विश्व नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन किया था. उन्होंने कहा कि हमले के दौरान भारत हमारे साथ खड़ा रहा और हम इसे याद रखेंगे. गिदोन सार ने भारत की जमकर तारीफ की.
भारत और इजरायल बीच संबंध पहले से कहीं ज्यादा मजबूत
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने भारत को एक ग्लोबल सुपरपावर बताया. कहा कि भारत और इजरायल बीच संबंध पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हैं. ये संबंध रक्षाए इनोवेशन से लेकर आतंकवाद विरोधी और उससे भी बहुत आगे तक फैले हुए हैं. उन्होंने कहा कि हम लगातार सुधार कर रहे हैं. हम भारत की दोस्ती के लिए आभारी हैं. हम रक्षा, कृषि और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन हमारे अंदर इसे और मजबूत बनाने का जुनून रहता है.
ट्रंप शांति योजना ही एकमात्र विकल्प
गाजा शांति प्रक्रिया में रुकावट पर बात करते हुए इजरायली विदेश मंत्री ने कहा कि सबसे जरुरी बात यह है कि ट्रंप शांति योजना को ही एकमात्र विकल्प बनाए रखा जाए. यह एक स्टेज-बाय-स्टेज प्लान है जो लागू करने लायक है. भारत एक विश्व नेता के तौर पर यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाता है कि यह सही रास्ते पर रहे. गिदोन सार ने माना कि भारत और इजरायल आतंकवाद का एक ही जैसा दर्द साझा करते हैं.
आतंकवाद की भयावहता को जानते हैं भारत के लोग
उन्होंने कहा कि हर जगह आतंकवाद है. भारत के लोग इसकी भयावहता को जानते हैं. हम लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों को आतंकवादी समूह घोषित करते हैं और खुफिया जानकारी, टेक्नोलॉजी और रक्षा के क्षेत्र में मिलकर काम करते हैं. आर्थिक और कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए गिदोन सार ने कहा कि इजरायल इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर जैसी पहलों को फिर से शुरू करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि युद्ध के कारण इसमें कुछ समय के लिए रुकावट आई थी, लेकिन हम फिर से आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं.
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