Israel Iran airstrike: इजरायल के हमले के जवाब में ईरानी सेना ने तेल अवीव में तबाही मचाना शुरू कर दी है. इसी बीच ईरान ने इजरायल पर शुक्रवार की शाम करीब 150 बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया, जिनमें से छह मिसाइलें राजधानी तेल अवीव में गिरी जिसमें एक महिला की मौत हो गई, जबकि 63 अन्य घायल हो चुके हैं.
इतना ही नहीं, ईरानी मीडिया ने इजरायली रक्षा मंत्रालय को भी निशाना बनाए जाने का दावा किया गया है. साथ ही ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम ने इजरायल के एफ 35 विमान को मार गिराया है. इसी बीच ताजे अपडेट के मुताबिक, ईरान इजरायल पर एक साथ 1800 मिसाइलों से हमला कर सकता है, जिससे इजरायल में भारी तबाही मच सकती है. क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में मिसाइलों को मार गिराना इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम के लिए भी बड़ी चुनौती होगी.
सड़को पर जश्न मनाने के लिए उतरे लोग
बता दें कि इजरायल पर हमले के बाद ईरान की राजधानी तेहरान में लोग सड़कों पर जश्न मनाने के लिए उतर आए. इस दौरान ईरानी युवा राष्ट्रीय झंडा हाथों में लेकर बाइकों पर घूमते नजर आए. साथ ही महिलाओं और पुरुषों ने ईरान के सपोर्ट में नारेबाजी की. वहीं, इस हमले के बाद पूरे इजरायल में सायरन बजने लगे. पूरे य़ेरुशलम में विस्फोटों की गर्गराहट सुनी जा सकती है. इसी बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया.
ईरान ने इजरायल के इन ठिकानों पर किया हमला
इजरायल के टीवी स्टेशनों ने भी मिसाइल हमले के बाद तेल अवीव में धुएं के गुबार उठते दिखे. वहीं, आधी रात को ईरानी सेना यानी आईआरजीसी की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि ईरानी मिसाइल और ड्रोन इकाइयों ने उन इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जिनका इस्तेमाल ईरान पर हमले शुरू करने के लिए किया गया था. साथ ही इजरायल के औद्योगिक हथियार निर्माण औरअन्य सैन्य स्थलों पर हमला किया है. वहीं, सैटेलाइट इमेजनरी के जरिए एकत्र की गई खुफिया जानकार से पता चला है कि दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों ने अपने लक्ष्यों पर सटीक हमला किया है.
खाड़ी देश की ओर से जवाबी कार्रवाई की संभावना
वहीं, सूत्रों के मुताबिक, ईरान के ठिकानों पर किये गए हमले के बाद खाड़ी देश की ओर से जवाबी कार्रवाई किये जाने की संभावना के मद्देनजर अमेरिका अपने युद्धपोतों सहित सैन्य संसाधनों को पश्चिम एशिया की ओर स्थानांतरित कर रहा है, जिसकी जानकारी दो अमेरिकी अधिकारियों के द्वारा ही दी गई है.
इस दौरान नौसेना के विध्वंसक पोत यूएसएस थॉमस हडनर को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर बढ़ने का निर्देश दिया है तथा दूसरे विध्वंसक पोत को भी आगे बढ़ने का निर्देश दिया गया है, जिससे व्हाइट हाउस द्वारा अनुरोध किए जाने पर वे उपलब्ध हो सकें. एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप स्थिति पर चर्चा करने के लिए अपने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुखों के साथ बैठक कर रहे हैं.
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