Israel-Iran conflict: अमेरिका द्वारा तीन न्यूक्लियर साइट्स पर हमले के बाद से ईरान में काफी हलहल मची हुई है. इसी बीच ईरान के न्यूक्लियर फॉल आउट रेडिएशन लिकेज की खबरें सामने आई. लेकिन ईरान ने इन सभी दावों को खारिज करते हुए कहा कि सब कुछ सुरक्षित है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा है कि उसने ईरान का परमाणु कार्यक्रम उसके हमले से पूरी तरह से नष्ट हो गया है, हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने ये स्वीकार किया है कि उन्हें नहीं पता है कि असल में ईरान के पास हथियार-स्तर का यूरेनियम वर्तमान में कहां है.
अमेरिकी अधिकारियों ने ट्रंप के दावे का नहीं दिया जवाब
दरअसल, अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और संयुक्त चीफ के अध्यक्ष डैन कैन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में राष्ट्रपति ट्रंप के उस दावे का स्पष्ट जवाब नहीं दिया, जिसमें उन्होंने ईरान के परमाणु स्थलों को पूरी तरह से नष्ट करने की बात कही है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि शुरुआती रिपोर्टों में वायु सेना के बी-2 बमवर्षकों और नौसेना के टॉमहॉक मिसाइलों द्वारा तीन स्थलों पर गंभीर क्षति और विनाश हुआ है. वहीं, इजरायली सेना के शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, साइट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, लेकिन पूरी तरह से नष्ट नहीं हुई थी.
880 पाउंड यूरेनियम हटा दिया
हालांकि, एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली अधिकारियों का कहना है कि यह दिखाने के लिए भी पर्याप्त सबूत हैं कि ईरान ने हाल के दिनों में साइट से उपकरण और यूरेनियम ले जाया था. उन्होंने बताया की अमेरिका की हमले की धमकी के कारण ईरान ने 60% शुद्धता तक समृद्ध 400 किलोग्राम या लगभग 880 पाउंड यूरेनियम हटा दिया था. यह 90% से थोड़ा कम है जो आमतौर पर परमाणु हथियारों में इस्तेमाल किया जाता है.
वहीं, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने संयुक्त राष्ट्र निरीक्षकों को बताया था कि उनकी टीम ने इस ईंधन को आखिरी बार इजरायल द्वारा ईरान पर हमले शुरू करने से लगभग एक सप्ताह पहले देखा था. लेकिन उन्होंने कहा कि “ईरान ने यह कोई रहस्य नहीं रखा है कि उन्होंने इस सामग्री की सुरक्षा की है.
इसे भी पढें:-मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव से पाकिस्तान में हलचल, शहबाज शरीफ ने बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपातकालीन बैठक