Israel On Gaza : हाल ही में इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने सोशल मीडिया पर एक बेहद सख़्त चेतावनी जारी करते हुए उन्होंने कहा कि अगर हमास तेल अवीव की शर्तों पर राजी नही हुआ और युद्ध समाप्त करने सभी बंधकों को रिहा करने और निरस्त्रीकरण के लिए नही मानते तो गाजा शहर को पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा.
गाजा पर कब्जा करना इजरायल का अहम लक्ष्य
इस दौरान उन्होंने पोस्ट में लिखा कि जल्द ही गाजा में हमास के हत्यारों और बलात्कारियों के लिए नर्क के द्वार खुल जाएंगे. जानकारी देते हुए बता दें कि उनका यह बयान उस समय आया जब इजरायल गाजा शहर पर वृहद आक्रमण की तैयारी कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने संकेत देते हुए कहा कि यदि हमास झुकने को तैयार नहीं हुआ तो गाजा की राजधानी का हाल वही होगा जैसा पहले राफा और बेत हनून का हुआ था. प्राप्त जानकारी के अनुसार गाजा शहर को हमास का गढ़ माना जाता है लेकिन इस पर कब्ज़ा करना इजरायल की रणनीति का अहम हिस्सा है.
नेतन्याहू ने सेना को दिया आदेश
जानकारी के मुताबिक, गाजा शहर पर कब्जा करने के लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना को पहले से ही आदेश दे दिया है. इस मामले को लेकर उनका कहना है कि हमास को हराने और बंधकों को छुड़ाने के प्रयास एक साथ चलेंगे. इस दौरान एक वीडिया के जरिए नेतन्याहू ने संदेश देते हुए कहा कि हमारे दो प्रमुख लक्ष्य है, हमास को हराना और बंधकों की रिहाई. ये दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. जानकारी देते हुए बता दें कि इस योजना के तहत इजरायल ने लगभग 60,000 रिजर्व सैनिकों को गाजा शहर पर कब्ज़ा करने के लिए तैनात करने का फैसला लिया है. ऐसे में इजरायल चाहता है कि बंधकों की रिहाई एक साथ हो, जबकि प्रस्ताव में इसे चरणबद्ध तरीके से करने की बात कही गई है.
घरेलू विरोध का सामना कर रहा इजरायल
बता दें कि देश के भीतर और बाहर दोनों ही जगह इजरायल के इस योजना का विरोध हो रहा है. इसके इस फैसले पर कई मानवाधिकार संगठनों ने इजरायल की चेतावनी और गाजा शहर पर संभावित हमले की निंदा की है. कुछ बंधकों के परिवार चाहते हैं कि सरकार बातचीत के जरिए उनकी सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करे. हमास द्वारा किए गए हमले में आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 1,219 लोग मारे गए थे, जिसमें मुख्य रूप से अधिकांश नागरिक थे, लेकिन गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा करते हुए कहा कि इजरायली हमलों में अब तक 62,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए, इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने भी इन आंकड़ों को विश्वसनीय माना है.
इजरायल ने दी चेतावनी
फिलहाल के लिए इस नई चेतावनी पर हमास की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इस मामले को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि हमास बंधकों को रिहा करने और हथियार छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुआ तो गाजा शहर पर इजरायल का हमला और भी विनाशकारी साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि अगला चरण इस पर निर्भर करेगा कि युद्धविराम समझौते पर कोई साझा आधार निकलता है या इजरायल अपनी चेतावनी को अंजाम देता है.
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