अपनों के विरोध के बीच जापान के पीएम ने लिया बड़ा फैसला, इस्तीफा देने की जताई इच्छा

Must Read

Japan : वर्तमान समय में जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने संसदीय चुनाव में करारी हार की जिम्मेदारी लेने की बढ़ती मांग के बाद पद छोड़ने की इच्छा जताई है. यह फैसला उस वक्‍त लिया गया जब इशिबा की सरकार ने पिछले ही सप्ताह अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया था. जानकारी के अनुसार अक्‍टूबर में पदभार ग्रहण करने वाले इशिबा ने एक महीने से भी ज्यादा समय तक अपनी ही पार्टी के ज्यादातर दक्षिणपंथी विरोधियों की मांगों का विरोध किया.

इस दौरान इस मामले को लेकर इशिबा का यह कदम उनकी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से समय से पहले नेतृत्व चुनाव कराने के फैसले से एक दिन पहले आया. उनका कहना है कि यह उनके खिलाफ एक तरह का अविश्वास प्रस्ताव होगा.

अमेरिकी टैरिफ से निपटने के लिए पद पर बने रहे इशिबा

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार चुनाव में हार के बावजूद इशिबा अमेरिकी टैरिफ जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए पद पर बने रहे. बता दें कि चुनाव के दौरान इशिबा को जापान में करारी हार का सामना करना पड़ा था. इसके साथ ही 20 जुलाई को हुए मतदान में इशिबा की सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी और उसके गठबंधन सहयोगी कोमेइतो को 248 सीटों वाले उच्च सदन में बहुमत नहीं मिला था. जबकि एलडीपी सबसे बड़ी पार्टी बरकरार रही.

सरकार को विपक्षों के आगे झुकना पड़ रहा था

जानकारी देते हुए बता दें कि उच्च सदन में मतदान उस समय हुआ जब इशिबा के गठबंधन ने पिछले साल अक्‍टूबर में हुए निचले सदन के चुनाव में बहुमत खो दिया था. उस समय से लेकर अभी तक उन्‍हें संसद में विधेयक पारित कराने के लिए विपक्ष के आगे झुकना पड़ रहा था. बता दें कि यह सरकार अब तक जापान के पारंपरिक मुख्य खाद्यान्न चावल सहित बढ़ती कीमतों और घटती मजदूरी को रोकने के लिए तुरंत प्रभावी उपाय करने में नाकाम रही है.

 इसे भी पढ़ें :- चीन ने बनाया दुनिया का सबसे खतरनाक ‘सैटेलाइट किलर’, हवा से लेकर स्पेस तक में दुश्मन को…

Latest News

भारत बना Coca-Cola का दीर्घकालिक पावरहाउस, COO हेनरिक ग्नानी ब्राउन ने किया खुलासा

Coca-Cola India: कोका-कोला के मुख्य परिचालन अधिकारी और एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट हेनरिक ग्नानी ब्राउन ने कहा कि भारत कंपनी...

More Articles Like This