North Korea : एक बार फिर दुनिया के प्रतिबंधों से बेखौफ और अमेरिका की धमकियों से बेफिक्र किम जोंग उन की सेना ने क्रूज मिसाइलों का ताबड़तोड़ परीक्षण किया है. बता दें कि उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने देश की परमाणु निरोधक क्षमता का परीक्षण करने के लिए लंबी दूरी की रणनीतिक क्रूज मिसाइलों को समुद्र में दागा. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह परीक्षण उसने अपनी पहली परमाणु ऊर्जा से संचालित पनडुब्बी के निर्माण में स्पष्ट प्रगति दिखाने के कुछ दिन बाद ही कर दिखाया है. उसके इस कारनामे से यूरोप से लेकर अमेरिका तक खलबली मची है.
उत्तर कोरिया लगातार कर रहा घातक हथियारों का परीक्षण
प्राप्त जानकारी के अनुसार बहुत पहले ही उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपनी सेना को युद्ध की तैयारी करने का निर्देश दे चुके हैं. फिलहाल यह युद्ध वो किसके साथ करेंगे इसकी अभी तक कोई जानकारी नही है. लेकिन किम जोंग का इशारा साफ है…उनका मुख्य दुश्मन भले साउथ कोरिया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस जंग की तैयारी वह अमेरिका के खिलाफ कर रहे हैं और इसका मुख्य कारण है कि अमेरिका ही साउथ कोरिया का संरक्षक बना है. इसे लेकर उत्तर कोरिया लगातार अपनी युद्धक क्षमता को बढ़ा रहा है.
हथियारों का नवीनतम प्रदर्शन
बता दें कि लॉन्च की गईं ये क्रूज मिसाइलें उत्तर कोरिया द्वारा अगले साल की शुरुआत में होने वाले सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी कांग्रेस से पहले हथियारों का नवीनतम प्रदर्शन है. जानकारी के मुताबिक, पांच साल में होने जा रही इस तरह की पहली कांग्रेस पर बाहरी दुनिया की गहरी नजर होगी कि क्या उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन अमेरिका के साथ संबंधों में नई प्राथमिकताएं तय करेंगे. इसके साथ ही लंबे समय से रुकी हुई बातचीत फिर से शुरू करने के वाशिंगटन के आह्वान का जवाब देंगे.
दक्षिण कोरिया अमेरिका के साथ गठबंधन
इस दौरान उत्तर कोरिया के इस परीक्षण पर दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि उन्हें उत्तर कोरिया की राजधानी क्षेत्र से कई क्रूज मिसाइल लॉन्च की जानकारी है. ऐसे में उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया अमेरिका के साथ गठबंधन के माध्यम से किसी भी संभावित उत्तर कोरियाई उकसावे को रोकने के लिए तैयार है. लेकिन वे अमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए खतरा पैदा करते हैं, क्योंकि वे अत्यधिक गतिशील हैं और कम ऊंचाई पर उड़कर रडार का पता लगाने से बचती हैं.
अमेरिकी युद्धपोतों पर हमला करेगा क्रूज मिसाइलों
इस मामले को लेकर विश्लेषकों ने कहा कि संघर्ष की स्थिति में उत्तर कोरिया क्रूज मिसाइलों का उपयोग अमेरिकी युद्धपोतों पर हमला करने के लिए करेगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कुछ ही समय पहले उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से नई एंटी-एयर मिसाइलों का परीक्षण किया और एक विकासशील परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बी के लगभग पूरा हुए हल की तस्वीरें दिखाईं. बता दें कि उत्तर कोरिया ने संकेत दिया कि वह पनडुब्बी को परमाणु मिसाइलों से लैस करेगा.
परमाणु शस्त्रागार का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित
जानकारी के अनुसार 2019 में उत्तर कोरिया ने किम की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उच्च स्तरीय परमाणु कूटनीति के ढहने के बाद से अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार करने के लिए ध्यान केंद्रित किया है, लेकिन ट्रंप के बार-बार संपर्क के स्पष्ट जवाब में, किम ने सितंबर में सुझाव दिया कि यदि अमेरिका उत्तर कोरिया के “परमाणु निरस्त्रीकरण के भ्रामक जुनून” को छोड़ दे तो वह बातचीत में लौट सकते हैं. ऐसे में विशेषज्ञों ने कहा कि किम सोच सकते हैं कि उनका विस्तारित परमाणु शस्त्रागार ट्रंप के साथ संभावित बातचीत में रियायतें हासिल करने के लिए उन्हें अधिक लाभ देगा.
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