North Korea-US Relation: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने पिछले 24 घंटे में दो ऐसे बड़े फैसले लिए हैं, जिससे अमेरिका की चिंता बढ़ सकती है. उत्तर कोरिया का यह फैसला अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका और उत्तर कोरिया के रिश्तों में एक नई कड़ी के रूप में सामने आया है. दरअसल, अमेरिका के प्रमुख विरोधी माने जाने वाले किम जोंग उन अब और भी मुखर हो गए हैं, ऐसे में उन्होंने अपनी सैन्य तैयारियों और कूटनीतिक निर्णयों से अमेरिका को सख्त संदेश दिया है.
अमेरिका के खिलाफ मजबूती से लडे़गा नार्थ कोरिया
दरअसल, रविवार को विजय दिवस के मौके पर किम जोंग उन ने कहा कि पहले भी उत्तर कोरिया ने अमेरिकी सैनिकों को हराया था और यदि भविष्य में भी युद्ध की स्थिति आती है, तो वे पूरी ताकत के साथ अमेरिका का मुकाबला करेंगे. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि उनका सैन्य संचालन उस प्रकार का होगा जो अमेरिका और उसके सम्राज्यवाद के खिलाफ मजबूती से लड़े. इसके अलावा, उन्होंने अपने सैनिकों को प्रेरित करते हुए कहा कि उनका देश और उसका लोग एक शक्तिशाली सेना और समृद्ध राष्ट्र बनाने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे.
दक्षिण कोरिया से बातचीत को ठुकराना भी अमेरिका के लिए झटका
वहीं, इससे पहले किम जोंग उन की बहन, किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जिसमें उसने उत्तर कोरिया के साथ बातचीत करने की इच्छा जताई थी. दरअसल, दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति ने अमेरिका के कहने पर उत्तर कोरिया से कूटनीतिक संवाद स्थापित करने की कोशिश की थी, लेकिन किम यो जोंग ने इसमें कोई रूची नहीं दिखाई, जिससे अमेरिका को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि यह दक्षिण कोरिया और अमेरिका दोनों की रणनीति को कमजोर करता है.
दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में सुमार उत्तर कोरिया
दरअसल, उत्तर कोरिया को दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक माना जाता है, क्योंकि इसके पास बड़े पैमाने पर परमाणु हथियारों और मिसाइलों का जखीरा है. नागासाकी परमाणु संस्थान के अनुसार, उत्तर कोरिया के पास लगभग 50 परमाणु हथियार हैं, हालांकि यह आंकड़ा आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया गया है.
वहीं, जानकारों की माने तो उत्तर कोरिया के पास ह्वासोंग-18 मिसाइल जैसी अत्याधुनिक मिसाइलें हैं, जिनकी मारक क्षमता 15,000 किलोमीटर तक है, जिससे वह सीधे अमेरिका पर हमला कर सकता है. इतना ही नहीं, उत्तर कोरिया हर साल औसतन 80 से 90 मिसाइलों का परीक्षण करता है, जिससे उसकी सैन्य ताकत लगातार बढ़ रही है.
आधुनिक सैन्य उपकरणों से लैस उत्तर कोरिया
जानकारों के मुताबिक, उत्तर कोरिया सिर्फ मिसाइलें और परमाणु हथियार ही नहीं बल्कि वह अन्य सैन्य उपकरणों से भी लैस है, जैसे कि एमजी टैंक, जो उसने कोरिया युद्ध में इस्तेमाल किए थे. साथ ही ड्रोन और आर्टिलरी मशीनें भी नार्थ कोरिया के पास है, जो उसकी सैन्य क्षमता को और भी बढ़ाती हैं. ऐसे में यह स्पष्ट है कि उत्तर कोरिया अब अपनी ताकत से अमेरिका और उसके सहयोगियों को चेतावनी देने के लिए तैयार है.
क्यों महत्वपूर्ण है उत्तर कोरिया का सैन्य शक्ति बढ़ाना?
नार्थ कोरिया लगातार अपने सैन्य क्षमता को मजबूत करने में लगा है, जो न केवल अमेरिका के लिए चिंता का विषय है, बल्कि दक्षिण कोरिया और जापान जैसे देशों के लिए भी खतरनाक हो सकती है. ऐसे में नार्थ उत्तर कोरिया की ताकत के सामने अमेरिका को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, क्योंकि वह अब सीधे तौर पर अपने क्षेत्रीय विरोधियों को चुनौती देने की स्थिति में आ चुका है.
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