Pakistan-Afghanistan Crisis : कुछ दिनों से लगातार पाकिस्तान और तालिबान के बीच चले खून खराबे और सीमापार हमलों के बाद आखिरकार युद्ध विराम हो गया है. ऐसे में बुधवार को शाम 6 बजे से लागू हुए इस युद्ध विराम ने अस्थायी राहत तो दी है, लेकिन इस हमले के कारण हुए नुकसान और क्षति के जख्म गहरे हैं. बता दें कि एक तरफ अफगानिस्तान में जहां तालिबान ने इसे जीत के रूप में मना रहा है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में गुस्सा और सदमा दोनों दिखाई दे रहे हैं.
इस दौरान सीमापार हुए इस संघर्ष में तालिबान लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना को कड़ा जवाब दिया. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दावा किया जा रहा है कि अफगान बलों ने पाकिस्तानी सैनिकों को मारकर उनके शवों के साथ बर्बरता की. इतना ही नही बल्कि कई जगहों पर पाकिस्तानी सैनिकों की वर्दी और पैंट की प्रदर्शनी भी लगाई और ऐसे में तालिबान इसे अपनी जीत के प्रतीक के रूप में दिखा रहा है. इसके साथ ही कंधार के पास कथित तौर पर पाकिस्तान की T55 टैंक पर कब्जा कर लिया. इस दौरान हालात को देखते हुए कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना अपने हथियार और गोला-बारूद छोड़कर पीछे हट गई.
पाकिस्तानी विश्लेषक ने किया पोस्ट
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन बर्बर घटनाओं के बाद पाकिस्तान में जनता का गुस्सा उबाल पर है. इस घटना के बाद कई पाकिस्तानी नागरिक अपनी ही सरकार और सेना पर सवाल उठा रहे हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात कई पाकिस्तानी अब भारत की तारीफ करने लगे हैं. ऐसे में सोशल मीडिया के एक्स पर पोस्ट करते हुए पाकिस्तानी विश्लेषक जैगम खान ने लिखा कि भारत हमारा दुश्मन है, लेकिन उसने कभी हमारे शहीदों का अपमान नहीं किया. अगर अफगानिस्तान में जरा भी सम्मान बचा है तो अपने काम सुधारो.
पाकिस्तान पर जनता का पलटवार
बता दें कि उनकी इस पोस्ट को लेकर कई यूजर्स ने पाकिस्तान की सेना पर ही निशाना साधा. एक यूजर ने लिखा कि ”अपने शहीदों का अपमान करने में पाकिस्तान जैसा कोई नहीं है. यूजर्स ने ये भी कहा कि कारगिल में अपने सैनिकों को लावारिस छोड़ दिया था और भारत ने उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ दफनाया.” इन प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट है कि तालिबान के हमले ने पाकिस्तान के भीतर गहरी बेचैनी पैदा कर दी है. लोग अब सवाल उठा रहे हैं कि जो देश खुद आतंकियों को पनाह देता है, वही अब उनके हाथों अपमानित क्यों हो रहा है.
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