पाकिस्तान ने दिया Donald Trump को धोखा, ईरान मुद्दे पर चीन-रूस के साथ दिखाई एकजुटता

Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Israel Iran War: पाकिस्तान ने ईरान के मुद्दे पर अमेरिका को बड़ा झटका दे दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हाल ही में पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख आसिम मुनीर की मुलाकात हुई थी. ये मानते हुए कि पाकिस्तान में वास्तविक सत्ता सेना के पास है, डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को मुनीर की व्हाइट हाउस में मेजबानी की. वाशिंगटन में असीम मुनीर के लिए जबरदस्त बंदोबस्त किए गए थे. इससे इस्लामाबाद और वाशिंगटन के बीच नजदीकियां बढ़ने की अटकलें लगाई जाने लगीं. हालांकि पाकिस्तान ने ईरान के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद में अमेरिका के खिलाफ जाकर चीन और रूस का साथ दिया है.

अमेरिका के हमले की पाक ने की कड़ी निंदा

संयुक्त राष्ट्र में (Israel Iran War) पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने रविवार को ईरान पर हुई आपात बैठक में कहा कि इस्लामाबाद “ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका की ओर से किए गए हमलों की कड़ी निंदा करता है.” अहमद ने बताया कि पाकिस्तान अपने मित्र चीन और सहयोगी रूस के साथ मिलकर सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव का मसौदा प्रसारित कर रहा है ताकि इसे अपनाया जा सके.” यह आपात बैठक ईरान के अनुरोध पर बुलाई गई थी. अमेरिका की ओर से उसकी तीन परमाणु साइटों पर बमबारी के बाद ये बैठक हुई.

ये अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन

अहमद ने कहा कि सुरक्षा परिषद को “13 जून से ईरान पर किए गए हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा करनी चाहिए और उन्हें खारिज करना चाहिए, क्योंकि ये अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन हैं.” उन्होंने कहा कि ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फाहान स्थित परमाणु केंद्रों पर हालिया हमले अमेरिका की ओर से किए गए हैं. अहमद ने कहा, “परिषद को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की ओर से संरक्षित परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमलों की निंदा करनी चाहिए, जो सुरक्षा परिषद और आईएईए के प्रस्तावों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन करते हैं.” अहमद ने कहा, “हम इजरायल के कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. हम चीन और रूस के साथ मिलकर ईरान के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं.”

ये भी पढ़ें- Iran-Israel Conflict: ईरान में कहर बनकर बरसीं इजरायली मिसाइलें, कई इमारतें धराशायी, सैकड़ों लोगों की मौत

More Articles Like This

Exit mobile version