Islamabad: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के सुप्रीम कोर्ट परिसर में मंगलवार को बेसमेंट में एक गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुआ. इस धमाके में 12 लोग घायल हो गए हैं. जिनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है. मौके पर अफरा-तफरी और भगदड मच गई. पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने सुप्रीम कोर्ट के बेसमेंट को सील कर दिया है. बम डिस्पोजल यूनिट (BDU) और फायर एक्सपर्ट्स विस्फोट की सही वजह और गैस लीक के स्रोत का पता लगा रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने भी गठित कर दी आंतरिक जांच समिति
साथ ही सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने भी आंतरिक जांच समिति गठित कर दी है, जो यह देखेगी कि सुरक्षा नियमों का पालन क्यों नहीं हुआ. शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाका कोर्ट की इमारत के एयर कंडीशनिंग सिस्टम की मरम्मत के दौरान हुआ. घटना के तुरंत बाद अदालत के भीतर हड़कंप मच गया और सभी वकील, जजों के स्टाफ और कर्मचारी इमारत से बाहर निकल आए. राहत व बचाव दल और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया. यह विस्फोट सुप्रीम कोर्ट के बेसमेंट क्षेत्र में हुआ, जहां एसी सिस्टम की मरम्मत का काम चल रहा था.
आवाज इतनी तेज थी कि कोर्ट की निचली मंजिलें हिल गईं
मरम्मत के दौरान गैस लीक हो रही थी, जिससे सिलेंडर में अचानक आग लगी और जोरदार धमाका हो गया. इस ब्लास्ट की आवाज इतनी तेज थी कि कोर्ट की निचली मंजिलें हिल गईं, जिससे वहां मौजूद लोग घबरा गए और भागते हुए बाहर निकलने लगे. कोर्ट नंबर 6 को इस हादसे में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. हादसे के वक्त जस्टिस अली बाक़र नजफ़ी और जस्टिस शाहज़ाद मलिक कोर्ट नंबर 6 में सुनवाई कर रहे थे. धमाके की आवाज पूरी बिल्डिंग में गूंज गई. लोग घबराकर भागते हुए खुले क्षेत्रों की तरफ निकल गए.
कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड, रेस्क्यू और पुलिस टीम
मौके पर मौजूद सिक्योरिटी स्टाफ ने फौरन आपातकालीन प्रोटोकॉल एक्टिवेट किया. फायर ब्रिगेड, रेस्क्यू और पुलिस टीमें कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रण में लिया. घटना के तुरंत बाद कोर्ट परिसर को पूरी तरह खाली कराया गया और सभी सुनवाईयों को रोक दिया गयाण् प्र.सन ने यह भी सुनिश्चित किया कि किसी अन्य हिस्से में गैस लीक या आग का खतरा न हो. घटना में घायल सभी 12 लोगों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
ज्यादातर घायलों की हालत स्थिर
पुलिस प्रमुख के अनुसार तीन लोगों को हॉस्पिटल भेजा गया है. हालांकि, ज्यादातर घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन दो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. सबसे ज्यादा गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति एसी तकनीशियन हैं, जिनके शरीर का लगभग 80% हिस्सा जल गया है. डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी निगरानी में लगी है. इस्लामाबाद के IGP अली नासिर रिज़वी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह पुष्टि हुई है कि यह एक गैस ब्लास्ट था. उन्होंने कहा कि कैंटीन में पिछले कुछ दिनों से गैस लीक हो रही थी. आज मरम्मत के दौरान गैस सिलेंडर फट गया, जिससे यह हादसा हुआ.
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