Rajasthan Intelligence : वर्तमान में राजस्थान इन्टेलीजेन्स ने पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले अलवर निवासी मंगत सिंह को गिरफ्तार किया है. जानकारी देते हुए बता दें कि मंगत सिंह एक साल से पाकिस्तान के दो नंबरों से संपर्क में था. इसके साथ ही उनको अलवर सेना कैंट सहित सेना की प्रमुख जानकारियां भेज रहा था. बता दें कि ऐसा करने के लिए उसे कई बार मोटी रकम भी मिली है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह अब भी उनके संपर्क में था और लगातार जानकारियां शेयर कर रहा था. जांच के दौरान पता चला कि यह एक नंबर हनी ट्रैप से जुड़ा हुआ है. जबकि दूसरा नंबर पाकिस्तान का है और उसकी जांच अभी भी चल रही है.
प्रदेश के इन क्षेत्रों पर गहन निगरानी
बता दें कि भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए आपरेशन सिन्दूर के बाद राजस्थान इंटेलिजेन्स द्वारा प्रदेश के क्षेत्रों पर गंभीर रूप से निगरानी रखी जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अलवर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अतिमहत्वपूर्ण सामरिक एवं संवेदनशील क्षेत्र है. ऐसे में अलवर स्थित छावनी क्षेत्र की निगरानी के दौरान मंगत सिंह की गतिविधियां संदिग्ध पाई गई. जानकारी के मुताबिक, मंगत सिंह सोशल मीडिया के जरिए ऑपरेशन सिंदूर के पूर्व व पश्चात् महिला पाक हैण्डलर छद्म नाम ईशा शर्मा से हनीट्रैप व धनराशि के लालच में अलवर शहर की अतिमहत्वपूर्ण छावनी इलाके के साथ अन्य सामरिक स्थलों की महत्वपूर्ण सूचनाएं उन्हें देता था.
सीआईडी इन्टेलीजेन्स ने किया गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि यह पूछताछ केन्द्र जयपुर पर विभिन्न इन्टेलीजेन्स एजेन्सियों द्वारा की गई. पूछताछ एवं उसके मोबाईल के तकनीकी परीक्षण के बाद उन्होंने बताया कि 10 अक्टूबर को थाना स्पेशल पुलिस स्टेशन जयपुर पर मंगत सिंह के विरूद्ध शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और इसके बाद सीआईडी इन्टेलीजेन्स राजस्थान द्वारा गिरफ्तार किया गया.
इंटेलिजेंस के डीआईजी राजेश मील ने कहा
इस मामले को लेकर इंटेलिजेंस के डीआईजी राजेश मील ने बताया कि लंबे समय से मंगत सिंह पाकिस्तान के दो नंबरों के संपर्क में था और लगातार सेनी से जुड़़ी सभी जानकारियां भेज रहा था. इतना ही नही बल्कि जांच के दौरान पता चला कि यह सिलसिला अब भी लगातार जारी था. इसके एवज में उसे वहां से मोटी रकम मिल रही थी. बता दें कि लगातार पूछताछ के दौरान और भी कई बड़े खुलासे हो रहे हैं.
पूछताछ में हो रहे बड़े खुलासे
जांच के मुताबिक खबर सामने आयी है कि पाकिस्तान के लिए जासूसी का काम करने वाले एजेंट ने अलवर सेना मुख्यालय सहित सेना के अलग-अलग क्षेत्र की जानकारी पाकिस्तान की आईएसआई को भेजी है. उसने यह भी बताया कि कितनी बार और किस माध्यम से उसे पैसे भेजे जाते थे. ऐसे में इस मामले को लेकर लगातार पूछताछ जारी है.
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