Earthquake: रूस के कामचटका में फिर भूकंप के झटकों से कापी धरती, सुनामी का अलर्ट जारी

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Russia Earthquake: रूस के सुदूर पूर्वी इलाके कामचटका प्रायद्वीप में आज यानी शुक्रवार की सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.8 दर्ज की गई है. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जमीन से लगभग 10 किलोमीटर की गहराई में था, जिसके चलते सुनामी का अलर्ट भी जारी किया गया है.

बता दें कि इससे पहले भी बीते शनिवार को भी इस इलाके में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे.  वहीं, ताजे मामले में राहत की बात ये है कि इस दौरान किसी के घायल या हताहत होने की कोई खबर अभी तक सामने नहीं आई है.

अलर्ट मोड में बचाव कर्मी

कामचटका के गवर्नर ने इस भूकंप के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अभी किसी बड़े नुकसान या हताहतों की खबर नहीं है, लेकिन बचाव कर्मियों को पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. उन्‍होंने बताया कि यह भूकंप उसी क्षेत्र में आया, जहां जुलाई में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था. इसके बाद पूरे प्रशांत क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी.

भूकंपीय गतिविधि क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप

दरअसल, रूस के पूर्वी छोर पर स्थित कामचटका प्रायद्वीप दुनिया के सबसे सिस्मिकली एक्टिव जोन्स में से एक है, जो करीब 1,200 किलोमीटर लंबा है. यह प्रायद्वीप प्रशांत रिंग ऑफ फायर का हिस्सा है, जहां टेक्टॉनिक प्लेटों की लगातार हलचल और ज्वालामुखीय गतिविधियां आम हैं. इसे रूस का आपदा हॉट स्पॉट भी कहा जाता है.

वैज्ञानिकों का मामना है कि कामचटका के नीचे प्रशांत प्लेट और उत्तरी अमेरिकी प्लेट के साथ-साथ ओखोत्स्क माइक्रोप्लेट की टकराहट होती है. यही कारण है यहां बड़े भूकंप आते रहते हैं. इससे पहले 20 जुलाई को भी यहां बड़ा भूकंप आया था.

किस तीव्रता के भूकंप का होता है कितना खतरा?

  • 0 से 1.9 सीज्मोग्राफ से मिलती है जानकारी
  • 2 से 2.9 बहुत कम कंपन पता चलता है
  • 3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास से गुजर गया
  • 4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे गिर सकता है
  • 5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिल सकता है
  • 6 से 6.9 इमारत का बेस दरक सकता है
  • 7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं
  • 8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा तबाही
  • 9 या ज्यादा सबसे भीषण तबाही, धरती का कंपन साफ महसूस होगा

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