Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन जंग को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर रूस को धमकी दी है. ट्रंप ने कहा कि रूस यदि जंग खत्म नहीं करता है तो अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइलें दे सकता है. हालांकि ट्रंप के इस बयान पर रूस ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. रूस के पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वर्तमान उपाध्यक्ष दमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि यूक्रेन को टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति सभी पक्षों के लिए विनाशकारी हो सकती है.
‘टॉमहॉक मिसाइलों की आपूर्ति से बिगड़ेंगे हालात‘
दमित्री मेदवेदेव मेसेंजर ऐप ‘मैक्स’ पर अपने एक पोस्ट में कहा कि “टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति किसी के लिए भी अच्छी नहीं होगी. टॉमहॉक के परमाणु संस्करण और पारंपरिक संस्करण के बीच अंतर करना असंभव है और उनका प्रक्षेपण अमेरिका की ओर से नियंत्रित किया जाएगा.”
क्रेमलिन ने किया मेदवेदेव का समर्थन
मेदवेदेव के पोस्ट पर क्रेमलिन (रूस का राष्ट्रपति कार्यालय) के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने सहमति जताई है. चूंकि, टॉमहॉक मिसाइलों के प्रक्षेपण के लिए अमेरिकी विशेषज्ञों की भागीदारी की जरूरत होगी, इसलिए कीव में ऐसी मिसाइलों की संभावित आपूर्ति के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. पेस्कोव ने कहा कि “ऐसी अत्याधुनिक मिसाइलों के संचालन के लिए अनिवार्य रूप से अमेरिकी विशेषज्ञों की भागीदारी की आवश्यकता होगी. यह एक स्पष्ट तथ्य है. इस मुद्दे की जानकारी रखने वाला कोई भी विशेषज्ञ इसे अच्छी तरह समझता है. ”
अमेरिका के साथ रूस के अच्छे संबंध नहीं
बता दें कि, हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों को अमेरिकियों द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा और उन्हें रूस के अंदर लक्षित निशानों तक पहुंचाया जाएगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि “हमें संभावित नुकसान को कम करने के लिए अपनी हवाई सुरक्षा को मजबूत करना होगा, लेकिन इससे हमारे संबंधों को भी नुकसान पहुंचेगा, जो पहले से ही अच्छी स्थिति में नहीं हैं.”
टॉमहॉक क्रूज मिसाइल की खासियत
दरअसल, टॉमहॉक एक क्रूज मिसाइल है, जिसे अमेरिका की सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक मानी जाती है. इन मिसाइलों को अमेरिका के सभी युद्धपोतों पर तैनात किया गया है. टॉमहॉक मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये रडार और एयर डिफेस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है. साथ ही यह मिसाइल अपने टारगेट पर सटीक हमला कर सकती है और इसे 2000 किलोमीटर दूर से भी छोड़ा जा सकता है.
इतना ही नहीं, इस मिसाइल को हवा में भी गाइड किया जा सकता है यानी यदि टारगेट अपना स्थान बदलता है तो यह पीछा करके उसे बर्बाद कर सकती है. इसके परमाणु संस्करण और पारंपरिक संस्करण की पहचान बेहद मुश्किल है.
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