Russia US Relations: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की शुक्रवार को अलास्का में मुलाकात होनी है, लेकिन इससे पहले ही कजाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (KNB) के पूर्व प्रमुख मेजर जनरल अलनूर मुसायेव ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. जिससे ट्रंप टेंशन में आ सकते है.
मुसायेव का कहना है कि राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के पास ऐसे वीडियो और दस्तावेज हैं, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ इस्तेमाल किए जा सकते हैं और उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर कर सकते हैं.
KGB एजेंट के रूप में ट्रंप को किया गया था भर्ती
बता दें कि अलनूर मुसायेव पहले सोवियत खुफिया एजेंसी KGB के अफसर रह चुके हैं. वहीं, सोवियत संघ के विघटन के बाद मुसायेव ने कजाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (KNB) के अध्यक्ष का पद संभाला. इससे पहले फरवरी 2025 में मुसायेव ने यह भी दावा किया था कि साल 1987 में डोनाल्ड ट्रंप को KGB एजेंट के रूप में भर्ती किया गया था.
ट्रंप के खिलाफ दस्तावेजों में क्या है?
मुसायेव का कहना है कि कथित दस्तावेजों में नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के सबूत, रूस, कजाकिस्तान और अन्य पूर्व सोवियत देशों से जुड़े वित्तीय लेन-देन और सेक्स रैकेट से जुड़ी जानकारी शामिल है. इसके अलावा, इसमें जेफरी एपस्टीन के मामले से जुड़े वीडियो और दस्तावेज भी हैं. मुसायेव का दावा है कि ये सब रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) के पास मौजूद हैं और ट्रंप पर दबाव डालने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
कजाकिस्तान और मार-ए-लागो का संबंध
उन्होंने ये भी दावा किया है कि कजाकिस्तान के व्यापारियों ने जेफरी एपस्टीन के प्राइवेट आइलैंड और ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो रिसॉर्ट में लड़कियों की आपूर्ति की, जिसमें टोफिक आरिफोव मुख्य शख्स थे, और उनके खिलाफ 1990 के दशक में आपराधिक मामला दर्ज हुआ था, लेकिन FSB के दबाव पर उसे वापस ले लिया गया.
मॉस्को में मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता
इसके अलावा, साल 2013 में ट्रंप ने मॉस्को में मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का आयोजन कराया था. इसे अरबपति अरास अगालैरोव ने फंड किया था. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम क्रोकस सिटी कॉम्प्लेक्स में आयोजित हुआ, जिसे ट्रंप ने रूस की महत्वपूर्ण जगहों में शामिल किया था.
अलास्का में होने वाली मुलाकात
बता दें कि 15 अगस्त को ट्रंप और पुतिन अलास्का के एंकोरेज में मिलने वाले है. दोनों नेताओं के इस बैठक में मुख्य रूप से यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने और उनके बीच मध्यस्थता पर चर्चा होगी. इससे पहले ट्रंप की मध्यस्थता में रूस और यूक्रेन के बीच तीन बैठकें हुई हैं, जो सफल नहीं हो पाईं.
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