Syria-Israel: सीरिया और इजरायल के बीच शनिवार को सुबह एक अहम सीजफायर समझौता हुआ है. इस समझौते की घोषणा अमेरिकी राजदूत टॉम बैरक ने की. यह बड़ी कूटनीतिक सफलता अमेरिका की सक्रिय मध्यस्थता और तुर्की-जॉर्डन जैसे पड़ोसी देशों के समर्थन से संभव हो पाई है. अमेरिकी राजदूत टॉम बैरक ने शुक्रवार को एक्स पर इससे जुड़ी जानकारी दी कि दोनों देश अब युद्ध रोकने पर सहमत हो चुके हैं.
द्रूज अल्पसंख्यक और बेदुईन कबीलों के बीच तनाव
टॉम बैरक ने सोशल प्लेटफॉर्म X पर अपने बयान में कहा कि, यह समझौता दक्षिणी सीरिया के सूवेदा प्रांत में द्रूज अल्पसंख्यक और बेदुईन कबीलों के बीच चल रही हिंसक झड़पों के बाद हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन झड़पों में सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों बेघर हो गए. इस समझौते को तुर्की, जॉर्डन और अन्य पड़ोसी देशों का समर्थन प्राप्त है, जिससे क्षेत्र में अमन और तरक्की की उम्मीद जगी है.
इजरायल के प्रधानमंत्री ने क्या कहा
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार का कहना है कि ये हमले सीरिया के ड्रूज समुदाय की रक्षा के लिए किए गए थे. यह समुदाय भले ही छोटा हो, लेकिन लेबनान, सीरिया और इजरायल में इसका मजबूत प्रभाव है. संघर्ष विराम के ऐलान के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने इसे एक ‘खौफनाक और चिंताजनक हालात’ से निकलने की दिशा में अहम कदम बताया. टॉम बैरक ने अपने संदेश में ड्रूज, बेडुइन और सुन्नियों से अपील की कि वे हथियार छोड़कर सीरिया की एक नई, समावेशी पहचान के निर्माण में साथ आएं.
इजरायल की सेना में शामिल हैं द्रूज समुदाय के लोग
इन झड़पों में सैकड़ों लोग मारे गए और सरकारी बलों पर द्रूज नागरिकों की हत्या, लूटपाट और घरों को जलाने के इल्जाम लगे. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, रविवार से अब तक करीब 80,000 लोग बेघर हो चुके हैं. सूवेदा में पानी, बिजली और संचार सेवाएं ठप हैं, जबकि स्वास्थ्य सेवाएं भारी दबाव में हैं. बुधवार को अमेरिका, तुर्की और अरब देशों की मध्यस्थता से एक समझौता हुआ था, जिसके तहत द्रूज समुदाय और उनके धार्मिक नेता सूवेदा में आंतरिक सुरक्षा संभालने वाले थे और सरकारी बल वहां से हट गए थे. लेकिन गुरुवार देर रात द्रूज और बेदुईन समूहों के बीच फिर से झड़पें शुरू हो गई थीं.
इजरायल ने क्यों किया हमला?
इजरायल ने हमले के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि वो ड्रूज समुदाए के लोगों की मदद कर रहा है, जो वर्तमान में अल्पसंख्यक हैं और उनका दक्षिणी सीरिया में रहने वाले बैडोइन समुदाय से तनाव चल रहा है.
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