Taliban Chess Ban: तालिबान ने एक फरमान जारी करते हुए अफगानिस्तान में शतरंज खेल पर प्रतिबंध लगा दिया है. खामा प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान ने धार्मिक चिंताओं के कारण अगले आदेश तक यह प्रतिबंध लगाया है. इसके साथ ही तालिबान मनोरंजन और खेल के विभिन्न रूपों का विरोध जारी रखा है. तालिबान द्वारा अफगान क्रिकेट टीम को दिए जा रहे समर्थन के बाद ऐसा लग रहा था कि यहां अन्य खेलों के लिए भी जगह दी जाएगी. लेकिन तालिबान के इस फैसले से चैस प्रेमियों और खिलाड़ियों को झटका लगा है.
Reports: Taliban has banned chess in Afghanistan, a move that further restricts people’s lives. This decision reflects their ongoing policies of curbing individual freedoms. Ban on chess is just one example of how social & recreational activities are being limited in Afghanistan. pic.twitter.com/9Baz3Bio6N
— Jahanzeb Wesa (@Jahanzeb_Wesa) May 11, 2025
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब तालिबान ने इस तरह का कदम उठाया है. इससे पहले तालिबान महिलाओं की शिक्षा, फिल्म और संगीत, अफीम की खेती, महिलाओं के छोटे कपड़े आदि पर प्रतिबंध लगा चुका है. लेकिन किसी खेल पर प्रतिबंध लगाना पूरी दुनिया के लिए हैरान करने वाला है.
शतरंज पर लगा प्रतिबंध
तालिबान के इस एक फैसले ने शतरंज से संबंधित गतिविधियों पर अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध लगा दी है. तालिबान के नेतृत्व वाले खेल मंत्रालय के अधिकारियों ने 11 मई को शतरंज गतिविधियों के निलंबन की पुष्टि करते हुए कहा कि धार्मिक चिंताओं के संबंध में उपयुक्त प्रतिक्रिया मिलने तक देश में इस खेल पर रोक रहेगा.
अब शतरंज भी हराम
खबरों में कहा गया है कि तालिबान के धार्मिक मंत्रालय ने शतरंज के खेल को इस्लामी कानून के लिहाज से ‘हराम’ बताया है और इसपर अगले आदेश तक के लिए प्रतिबंध लगा दी है. अफगानिस्तान शतरंज संघ को भी भंग कर दिया गया है. मानवीय अधिकारों की बात करने वाले लोग तालिबान के इस फैसले को दमनकारी बता रहे हैं.
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