ईरान के साथ गेम खेल रहा तुर्किए? जंग के बीच अमेरिका के साथ करने जा रहा युद्धाभ्यास

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Turkey US Military Drills: तुर्की छल करने में पाकिस्तान से आगे निकलता दिख रहा है. जैसे एक ओर पाकिस्तान ईरान के साथ खड़े होने की बात करता है और दूसरी ओर सेना प्रमुख आसिम मुनीर ट्रंप से मुलाकात कर लेते हैं, ठीक ऐसा ही कुछ तुर्की के मुद्दे पर देखने मिल रहा है. तुर्की इस समय मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी के समिट की मेजबानी कर रहा है, जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा ईरान इजरायल जंग और फिलिस्तीन होने वाला है. लेकिन इजरायल के दोस्त अमेरिका के साथ भी तुर्की युद्धाभ्‍यास करने जा रहा है.

23 जून से 4 जुलाई तक अभ्यास

अमेरिकी रक्षा विभाग की मीडिया सेवा ने कहा कि अमेरिका 23 जून से 4 जुलाई तक तुर्की द्वारा आयोजित बहुराष्ट्रीय वायु सेना अभ्यास में नाटो सहयोगियों के साथ शामिल होगा. इटली के एवियानो एयरबेस पर तैनात US 31वें फाइटर विंग के लड़ाकू जेट ‘एनाटोलियन ईगल 25’ ड्रिल में हिस्सा लेंगे, जो मध्य तुर्की शहर कोन्या में तीसरे मुख्य जेट बेस पर आयोजित किया जाएगा.

अमेरिका पहले से मिडिल ईस्‍ट में अपने उपस्थिति बढ़ा रहा है और ईरान पर हमला करने की तैयारी में हैं. ऐसे में तुर्की का अमेरिका सेना को अपनी जमीन पर युद्धाभ्यास के लिए बुलाना ईरान के लिए चिंता का विषय बन सकता है. क्योंकि अमेरिका को इसका फायदा ईरान पर हमले करने के लिए मिल सकता है.

अमेरिका को होगा फायदा

इस ड्रिल में अमेरिका ही नहीं बल्कि कई देशों की वायु सेनाएं शामिल हो रही हैं. इस ड्रिल का उद्देश्‍य यथार्थवादी परिस्थितियों में संयुक्त युद्ध प्रशिक्षण के माध्‍यम से परिचालन समन्वय में सुधार करना है. 31वें फाइटर विंग के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल टैड डी. क्लार्क ने बताया कि अभ्यास ‘असल उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण देते हैं और सहयोगी बलों की एक साथ काम करने की क्षमता को मजबूत करते हैं. यह युद्ध अभ्यास ऐसे वक्‍त में हो रहा है जब मिडिल ईस्‍ट में अस्थिरता बनी हुई है. इजरायल-ईरान जंग अपने दूसरे हफ्ते में है और पड़ोसी क्षेत्रों में इसके फैलाने का डर बना हुआ है.

सीरिया को भी पीछे हटा रहा तुर्की

इस वक्‍त इजरायली वायु सेना सीरिया का एयरस्पेस इस्तेमाल कर ईरान पर हमले कर रही है. बता दें कि सीरिया में तुर्की समर्थित अल शरा की सरकार है. खबरों के अनुसार, तुर्की ने सीरिया को निर्देश दिए हैं कि वह इजरायल ईरान जंग से दूर रहे. ऐसे में तुर्की राष्ट्रपति एर्दोगान पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि वह सच में मुसलमानों के नेता बनना चाहते हैं या बस अपना काम निकालना चाहते हैं.

ये भी पढ़ें :- पाकिस्तान में नहीं होगी सिंधु जल की बहाल, अमित शाह का जवाब सुनकर शहबाज शरीफ की उड़ी नींद

 

Latest News

पर्यटकों के लिए काशी की यात्रा बनेगी यादगार, पैदल मार्ग पर होंगे कई सेल्फी पॉइंट्स

Varanasi: योगी सरकार शहर के कैंटोनमेंट क्षेत्र में बनारस की सांस्कृतिक विरासत, हस्तशिल्प और पारंपरिक उत्पाद को स्कल्पचर के...

More Articles Like This