रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के भारत से वापस लौटते ही अमेरिका में रूस-यूक्रेन युद्ध शांति को लेकर तीसरे दिन वार्ता शुरू हो गई है. इस दौरान अमेरिका और यूक्रेन ने युद्ध में शांति को लेकर रूस के सामने नई शर्त रखी है.
अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारी युद्ध समाप्ति के बाद यूक्रेन के लिए एक मजबूत सुरक्षा तंत्र तैयार करने में हुई प्रगति के बाद आज वार्ता के तीसरे दिन फिर मिलेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकारों और यूक्रेनी अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
अमेरिका-यूक्रेन ने रूस के सामने रखी शर्त
बता दें कि दोनों पक्ष रूस से शांति के प्रति वास्तविक प्रतिबद्धता दिखाने का आग्रह कर रहे हैं. फ्लोरिडा में शुक्रवार को दूसरे बैठक के बाद अधिकारियों ने संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि “दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि कोई समझौता तभी संभव है जब रूस दीर्घकालिक शांति के लिए गंभीर प्रतिबद्धता दिखाए. इसमें तनाव कम करना और हत्याओं को रोकने जैसे ठोस कदम शामिल हैं.”
इसके अलावा, बयान में ये भी कहा गया कि “पृथक बैठकों में भविष्य के एजेंडे की समीक्षा की गई, जिसका मकसद युद्ध के बाद यूक्रेन का पुनर्निर्माण, अमेरिका-यूक्रेन संयुक्त आर्थिक परियोजनाएं और दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करना है.”
अमेरिका और रूस के बीच भी हो चुकी है वार्ता
मंगलवार को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी दूतों के बीच बातचीत के बाद अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जैरेड कुशनर ने फ्लोरिडा में यूक्रेन के मुख्य वार्ताकार रुस्तम उमेरोव से मुलाकात की. ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि फ्लोरिडा में मौजूद उनका प्रतिनिधिमंडल क्रेमलिन में हुई बातचीत की पूरी जानकारी चाहता है. जेलेंस्की और यूरोपीय नेता बार-बार पुतिन पर शांति वार्ता में देरी करने और रूसी सेना द्वारा हमले तेज करने का आरोप लगा चुके हैं.
जेलेंस्की ने दिया ये बयान
बता दें कि गुरुवार की देर रात जेलेंस्की ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि “हमारे अधिकारी जानना चाहते हैं कि पुतिन ने युद्ध लंबा खींचने और यूक्रेन पर दबाव बनाने के लिए कौन-से नए बहाने गढ़े हैं.”इसी बीच क्रेमलिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने शुक्रवार को रूसी पत्रकार पावेल जारूबिन से बातचीत में जैरेड कुशनर की तारीफ की और कहा कि वह रूस के यूक्रेन पर आक्रमण को खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
उशाकोव खुद मंगलवार को क्रेमलिन में हुई वार्ता में मौजूद थे.वार्ता का यह दौर जारी है और आज तीसरे दिन फिर बैठक होगी. पुनर्निर्माण, आर्थिक साझेदारी और रूस की सेनाओं की विश्वसनीय वापसी जैसे मुद्दे केंद्र में हैं. यूक्रेन लगातार चेतावनी दे रहा है कि उसके पीठ पीछे कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा.
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