US Ban WhatsApp: अमेरिका की ट्रंप सरकार देश की सुरक्षा का हवाला देते हुए लगातार एक के बाद एक सख्त फैसले ले रही है. अब उन्होंने अपने स्टाफ से WhatsApp का इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा दी है. अमेरिकी सरकार का कहना है कि WhatsApp साइबर सेक्योरिटी के लिए खतरा है. इसलिए US हाउस स्टाफ के लिए मेमो (ज्ञापन) भी जारी किया है, जिसके तहत US हाउस के सभी स्टाफ को अपने मोबाइल या फिर सिस्टम से व्हाट्सएप को हटाना होगा. अमेरिकी सरकार के इस फैसले से ऐसा लग रहा है मानो अब उसे अपने देश के प्रोडक्ट पर भरोसा ही नहीं रहा.
US हाउस स्टाफ के जारी मेमो में कहा गया है कि यूजर डेटा की सुरक्षा करने में पारदर्शिता की कमी है, जिसके कारण इसका इस्तेमाल यूएस हाउस में नहीं किया जा सकता है. हालांकि इससे पहले भी यूएस हाउस के स्टाफ के मोबाइल और सिस्टम से अन्य ऐप को हटाए जाने का आदेश दिया जा चुका है. वहीं, उससे पहले भी साइबर सेक्योरिटी को देखते हुए अमेरिकी सरकार ने साल 2022 में टिकटॉक को बैन करने का आदेश दिया था.
इन ऐप्स को इस्तेमाल करने का सुझाव
बता दें कि WhatsApp अमेरिकी कंपनी मेटा का हिस्सा है. व्हाट्सएप के बदले अमेरिकी सरकार ने अन्य मैसेजिंग ऐप के इस्तेमाल की अपील की है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट के MSFT.O या फिर अमेजन के AMZN.O या विकर, सिंग्नल या ऐप्पल के iMessage या फिर फेसटाइम शामिल है.
ईरान ने भी लगाया बैन
वहीं, अमेरिका से पहले ईरान ने अपने देश में व्हाट्सएप को बैन कर दिया था. इस दौरान ईरान ने इन्फोर्मेशन लीक होने का दावा किया था. बता दें कि हाल ही में ईरान ने लोगों से व्हाट्सएप डिलीट करने का आग्रह किया था. उसने दावा किया था कि व्हाट्एप ईरानी यूजर्स की जानकारी इकट्ठा कर रहा है, जिसे इजरायल भेजा जा सके.
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