Trump ने चीन के साथ Tik Tok वाली डील पर किया हस्‍ताक्षर, कहा-‘मैं शी जिनपिंग का सम्मान करता हूं…’  

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

US-China deal: अमेरिका में चीनी सोशल मीडिया ऐप टिक टॉक पर लगे बैन हटा लिया गया है. साथ ही इसे लेकर गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर भी किए है. इस आदेश में घोषणा की गई कि प्रस्तावित समझौते से टिक टॉक को संयुक्त राज्य अमेरिका में काम जारी रखने की अनुमति मिल गई है.

वहीं, पिछले साल अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें चीन की बाइटडांस को टिकटॉक की संपत्ति किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने या देशव्यापी प्रतिबंध का सामना करने को कहा गया था. हालांकि, अब डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक को अमेरिका में काम जारी रखने की अनुमति दे दी है, क्योंकि ट्रंप प्रशासन मीडिया कंपनी की बिक्री के लिए एक समझौते पर पहुंचने की कोशिश कर रहा है.

ट्रंप ने क्यों साइन की डील?

TikTok डील आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रंप ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति शी के साथ बहुत अच्छी बातचीत की, उनके लिए बहुत सम्मान है. उम्मीद है कि वो भी मेरा सम्मान करते होंगे. हमने TikTok के बारे में बात की और उन्होंने हमें हरी झंडी दे दी. आप जानते हैं, यह अमेरिकी निवेशकों और अमेरिकी कंपनियों द्वारा चलाया जाता है. अमेरिकी युवा वास्‍तव में ऐसा चाहते थे.

उन्‍होंने आगे कहा कि हमारे परस अमेरिकी निवेशक हैं, जो इसे संभाल रहे हैं और इसे चला रहे हैं, जिसमें लैरी एलिसन और ओरेकल शामिल हैं. मुझे लगता है कि सुरक्षा और बाकी सभी चीजों के मामले में यह बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है.

अमेरिका में ओरेकल और सिल्वर लेक चलाएंगे TikTok

बता दें कि बाइटडांस कंपनी टिकटॉक की मालिक है, लेकिन अमेरिका में इसे जारी रखने के लिए इसकी अधिकांश हिस्सेदारी अमेरिकी निवेशकों के पास जाएगी. ऐसे में ओरेकल और सिल्वर लेक समेत अमेरिकी निवेशकों का एक समूह अमेरिका के लिए नई टिकटॉक इकाई को अपने नियंत्रण में लेने को तैयार है, जबकि बाइटडांस प्रतिबंध कानून का पालन करने के लिए 20 प्रतिशत से कम हिस्सेदारी बनाए रखेगा.

चीन को टैरिफ में मिल सकती है कोई छूट?

अमेरिका और चीन के बीच हुए इस डील को लेकर विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस बदले चीन व्यापार के मामले में कुछ छूट हासिल कर सकता है. वहीं, कुछ अन्य लोगों का मानना ​​है कि चीन, शी जिनपिंग और ट्रंप के बीच बैठक का रास्ता बनाने के लिए ऐसा करने को तैयार हुआ.

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