Washington: रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति की जमकर तारीफ की. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने एक टीवी इंटरव्यू में नई अमेरिकी रणनीति के बारे में पूछे जाने पर कहा कि एनएसएस में कई बिंदु हमारे नजरिये की पुष्टि करते हैं. पेस्कोव ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में ट्रंप ने लचीले यथार्थवाद का दृष्टिकोण अपनाया है.
शीत युद्धकालीन प्रतिद्वंद्वी के दस्तावेज की प्रशंसा
बता दें कि क्रेमलिन ने रविवार को यह जानकारी साझा की. क्रेमलिन ने कहा कि इसके ज्यादातर बिंदुओं में रूस के नजरिये की छाप नजर आती है. ये पहली बार है कि रूस ने अपने शीत युद्धकालीन प्रतिद्वंद्वी के दस्तावेज की प्रशंसा की हो. एनएसएस में कहा गया है कि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत करना अमेरिका का मुख्य हित है और वाशिंगटन रूस के साथ रणनीतिक स्थिरता को दोबारा से स्थापित करना चाहता है.
सुरक्षा ढांचे के केंद्रीय साझेदार के रूप में पेश
अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति उन दिनों काफी चर्चा में है. इसमें स्पष्ट रूप से भारत को हिंद-प्रशांत सुरक्षा ढांचे के केंद्रीय साझेदार के रूप में पेश किया है. अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में ट्रंप के दृष्टिकोण को लचीले यथार्थवाद की तरह बताया गया है. इसमें तर्क दिया गया है कि अमेरिका को 19वीं सदी के मोनरो सिद्धांत को पुनर्जीवित करना चाहिए, जिसने पश्चिमी गोलार्ध को अमेरिका के प्रभाव क्षेत्र के रूप में घोषित किया था.
बातचीत करना मुख्य अमेरिकी हित
नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में ये तीन मुख्य बिंदु शामिल हैं. रूस के साथ रणनीतिक स्थिरता, अमेरिका रूस के साथ रणनीतिक स्थिरता को फिर से स्थापित करना चाहता है. इसमें चेतावनी दी गई है कि यूरोप को सभ्यतागत विनाश का सामना करना पड़ रहा है. यूक्रेन में युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत करना मुख्य अमेरिकी हित है.
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