South China Sea: दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलीपींस के जहाज के बीच टक्कर, मनीला ने चेतावनी को किया था नजरअंदाज

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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South China Sea: दक्षिण चीन सागर पर पूरी तरह से कब्‍जा करने के लिए चीन लगातार दूसरे देशों से टकराता रहता है. ऐेसे में ही ताजा मामला दक्षिण चीन सागर में विवादित स्प्रैटली द्वीप समूह के पास एक चीनी जहाज और एक फिलीपींस के आपूर्ति जहाज के बीच टक्कर होने की जानकारी सामने आई है. हालांकि इससे पहले कुछ महीनों से चीन और फिलीपींस के तटरक्षक बलों के बीच होने वाली झड़पें खबरों में रही हैं.

थॉमस सोल के पास हादसा

वहीं, इस मामले को लेकर चीन के तटरक्षक बल ने बताया कि सोमवार को दक्षिण चीन सागर में विवादित स्प्रैटली द्वीप समूह के पास एक चीनी जहाज और एक फिलीपीन आपूर्ति जहाज टकरा गया.  इस जहाज ने द्वितीय थॉमस शोल के निकट पानी में प्रवेश किया, जो स्प्रैटली द्वीप समूह में एक जलमग्न चट्टान है.

चेतावनियों को किया नजरअंदाज

उन्‍होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीचैट पर कहा कि चीन बार-बार चेतावनी दे रहा था, लेकिन फिलीपींस के आपूर्ति जहाज ने उसे नजरअंदाज कर दिया. वहीं, एक चीनी जहाज के पास गैर-पेशेवर तरीके से खतरनाक तरीके से पहुंचा, जिसके बाद दोनों की आपस में टक्‍कर हों गई चीनी तटरक्षक बल ने कहा कि इस पूरे मामले की जिम्मेदार फिलीपींस है.

मनीला की सफाई

जबकि फिलीपींस की राजधानी मनीला का कहना है कि यह समुद्री तट चीन के तट से 200 समुद्री मील (370 किलोमीटर) से भी कम दूरी पर स्थित है, जो उसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विशेष आर्थिक क्षेत्र में आता है. ऐसे में वो अक्‍सर 2016 के अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के फैसले का हवाला देता है, जिसने ऐतिहासिक आधार पर दक्षिण चीन सागर में चीन के दावों को अमान्य कर दिया था.

दक्षिण चीन सागर को लेकर क्या विवाद है?

दरअसल, दक्षिण चीन सागर दुनिया के सबसे व्यस्त जलमार्गों में से एक है. जो समुद्री मार्ग से व्यापार एवं परिवहन के लिए एक महत्त्वपूर्ण प्रवेश द्वार है. ऐसे में दक्षिण चीन सागर पर दावे को लेकर चीन, वियतनाम, मलेशिया, ब्रूनेई दारुसलाम, इंडोनेशिया, फिलीपींस, ताइवान, स्कार्बोराफ रीफ जैसे कई देशों के बीच विवाद है. ये सभी देश इस क्षेत्र में अपना वर्चस्‍व स्थापित करना चाहते हैं. जबकि मूल विवाद की जड़ दक्षिण चीन सागर में स्थित स्पार्टली और पार्सल द्वीप हैं, क्योंकि ये दोनों द्वीप कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के भंडार से परिपूर्ण हैं.

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