Israel-Iran Conflict: एक ओर जहां इजरायल ने ईरान में हमला किया है तो वहीं दूसरी ओर ईरान ने भी पलटवार शुरू कर दिया है. ईरानी हमलों के दौरान जॉर्डन की राजधानी अम्मान में हवाई हमले के सायरन बजे हैं. जॉर्डन की सरकारी मीडिया के अनुसार, ईरानी हमलों के दौरान जॉर्डन की वायुसेना अपने हवाई क्षेत्र में मिसाइलों और ड्रोन को रोक रही है. इस बीच जॉर्डन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कहा कि देश का हवाई क्षेत्र सभी उड़ानों के लिए बंद रहेगा. ‘जॉर्डन न्यूज एजेंसी’ ने कहा कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है.
Jordanian state media says the country's Air Force is intercepting missiles and drones in its air space, reports AP. pic.twitter.com/W6XNzZClyZ
— Press Trust of India (@PTI_News) June 13, 2025
जॉर्डन की सेना कर रही है काम
जॉर्डन के सरकारी मीडिया ने एक शीर्ष सैन्य अधिकारी के हवाले से कहा कि सैन्य आकलन यह है कि मिसाइलें और ड्रोन जॉर्डन के क्षेत्र में, जिसमें आबादी वाले क्षेत्र भी शामिल हैं, गिर सकते हैं. खबर में कहा गया कि इससे नागरिक सुरक्षा के लिए संभावित खतरा उत्पन्न हो सकता था और इसी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. अधिकारी ने कहा ने जॉर्डन की सेना देश की सीमाओं की रक्षा के लिए लगातार काम कर रही है. हम किसी भी परिस्थिति में जॉर्डन के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं होने देंगे.
IDF ने कहा…
इजरायली सेना ने भी कहा कि वह इजरायली क्षेत्र के बाहर ड्रोन को रोक रही है. स्थिति की संवेदनशीलता के वजह से नाम ना बताने की शर्त पर इराक के दो सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि ईरान से इजरायल की ओर दागे गए सौ से अधिक ड्रोन को इराकी हवाई क्षेत्र को पार करते हुए ट्रैक किया गया था. ईरान बॉर्डर से लगे इराक के दियाला प्रांत के निवासियों ने कहा कि उन्होंने ईरान से दागे गए ड्रोन को इजरायल की ओर जाते देखा है.
इजरायली हमले में ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल की मौत
बता दें कि इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया. इजरायल की ओर से किए गए हमलों में ईरान को बड़ा झटका लगा है. इजरायली हमलों में ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी की जान चली गई है. बाघेरी ईरान के अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के पूर्व टॉप कमांडर थे. इजरायली हमलों में ईरान में कई सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिकों की भी जान चली गई है.
यह भी जानें
बता दें कि, जॉर्डन को अमेरिका का नजदीकी सहयोगी माना जाता है. 1990 के दशक में अमेरिकी मध्यस्थता से जॉर्डन और इजरायल के संबंधों में सुधार हुआ. जॉर्डन ने पहले ही एक बयान में कहा था कि उसकी सेना अपनी रक्षा के लिए भविष्य में भी किसी भी देश की ओर से किए गए हमले को रोकेगी और अपने देश, अपने नागरिकों, अपनी वायु सीमा और क्षेत्र की सुरक्षा करेगी.
ये भी पढ़ें :- Raja Murder Case: सोनम ने रची थी एक और मर्डर की साजिश, बनाया था ये प्लान