Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच जंग 12 दिनों तक चली थी, जिसमें दोनों देशों की ओर से एक-दूसरे पर लगातार हमले हुए. वहीं अब ईरान ने इजरायल के साथ जंग में मारे गए लोगों की नई संख्या जारी की है. ईरान की सरकार ने बताया है कि इजरायल के हमलों में कम से कम 1,060 लोग मारे गए हैं और यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है.
मृतकों की संख्या में हो सकता है इजाफा
ईरान के ‘फाउंडेशन ऑफ मार्टर एंड वेटरंस अफेयर्स’ के प्रमुख सईद ओहादी ने सोमवार देर रात ईरानी सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक इंटरव्यू में मृतकों की संख्या के बारे में जानकारी दी है. ओहादी ने इस दौरान यह भी कहा कि कुछ लोग जिस तरह से गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं, उसे देखते हुए लगता है कि मरने वालों की संख्या 1,100 तक पहुंच सकती है.
मानवाधिकार कार्यकर्ता समूह ने क्या कहा?
बता दें कि, ईरान ने युद्ध के दौरान इजरायल की बमबारी के प्रभावों को कम करके दिखाया, जबकि इन हमलों ने उसकी एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है. युद्ध विराम लागू होने के बाद से ईरान धीरे-धीरे विनाश की व्यापकता को स्वीकार कर रहा है. हालांकि, उसने अब तक यह नहीं बताया है कि उसकी सेना को कितना नुकसान पहुंचा है. वाशिंगटन स्थित मानवाधिकार कार्यकर्ता समूह ने कहा कि 436 नागरिक और सुरक्षाबलों के 435 सदस्यों सहित 1,190 लोगों की मौत हुई है. हमलों में 4,475 लोग जख्मी भी हुए हैं.
मारे गए ईरान के वैज्ञानिक
बता दें कि जंग में दोनों देशों को काफी क्षति हुई है. इजरायली हमलों में ईरान के नुकसान का आकलन किया जाए तो सबसे बड़ी क्षति उसके कम से कम 14 परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं. इन्हीं वैज्ञानिकों की निगरानी ईरान का परमाणु कार्यक्रम आगे बढ़ रहा था. वहीं, विशेषज्ञों की मानें तो जंग से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को भले ही कुछ समय के लिए धक्का लगा हो लेकिन उसे रोक पाना आसान नहीं होगा. वैज्ञानिकों की मौत पर नजर डालें तो इनमें रसायनशास्त्री, भौतिकशास्त्री, इंजीनियर शामिल हैं.
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