नवरात्र में शुरू होगा ‘मिशन शक्ति’ का नया चरण, एंटी रोमियो स्क्वॉड होंगे और सक्रिय

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Up news: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस कप्तानों तथा वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने रविवार देर रात प्रदेश की कानून-व्यवस्था, आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन, आगामी त्यौहारों की तैयारियों, बाढ़ की स्थिति, डेंगू नियंत्रण और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे विषयों पर अहम चर्चा की.

‘मिशन शक्ति’ का नया चरण शुरू

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि शारदीय नवरात्र में ‘मिशन शक्ति’ का नया चरण शुरू किया जाएगा. सीएम ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में एंटी रोमियो स्क्वॉड की गतिविधियां और अधिक सक्रिय एवं प्रभावी बनाई जाएं. प्रत्येक संवेदनशील स्थल, बाजार, शिक्षण संस्थान और सार्वजनिक स्थान पर उनकी उपस्थिति और गश्त निरंतर दिखाई देनी चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि जन शिकायतों और समस्याओं के समाधान में लापरवाही बरतने वालों को किसी भी कीमत बक्शा नहीं जाएगा.

जन शिकायतों की रैंकिंग जारी

बैठक में मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त जन शिकायतों की मंडलवार, जनपदवार, तहसीलवार, ज़ोनवार, रेंजवार, जिला पुलिस और थाना स्तर पर रैंकिंग जारी की. संबंधित जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि हर पीड़ित की भावना का सम्मान करते हुए पूरी संवेदनशीलता के साथ समाधान सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि भ्रामक रिपोर्ट लगाने वाले अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अनिवार्य रूप से होगी.

जन आरोग्य मेलों का आयोजन

साथ ही कहा कि जन आरोग्य मेलों का सतत आयोजन किया जाए और सर्पदंश के उपचार हेतु सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने नकली या अधोमानक दवाओं की बिक्री पर चिंता जताई और कहा कि प्रदेश में ऐसी एक भी गतिविधि बर्दाश्त नहीं होगी. इसके लिए संबंधित विभागों द्वारा चौकसी बरती जाए और आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए.

खाद की उपलब्धता पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने खरीफ सीजन के लिए खाद की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने को कहा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी किसान को खाद की कमी न हो. आपूर्ति शृंखला की सघन निगरानी की जाए और कालाबाजारी या जमाखोरी पर कठोरतम कार्रवाई की जाए. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा छह व सात सितंबर को प्रस्तावित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए.

पीईटी परीक्षा को लेकर निर्देश जारी

बैठक में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) की तैयारियों की भी समीक्षा की गई है. यह परीक्षा 6 और 7 सितंबर को 48 जिलों में बनाए गए 1479 केंद्रों पर होगी, जिसमें 25.31 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने प्रश्न पत्रों की गोपनीयता, सीसीटीवी निगरानी, सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती और बारिश के मौसम में परीक्षार्थियों की सुविधा हेतु विशेष प्रबंधन के निर्देश दिए है.

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