वाशिंगटनः डोनाल्ड ट्रंप के H1-B वीजा पर नए ऐलान के बाद अमेरिका में हड़कंप मचा हुआ है. खासकर मेटा और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज टेक कंपनियां अपने कर्मचारियों से देश न छोड़ने की अपील कर रही हैं. शनिवार की सुबह ट्रंप द्वारा H1-B वीजा की फीस बढ़ाने के बाद मेटा और माइक्रोसॉफ्ट ने 14 दिन तक अमेरिका से बाहर न जाने की बात कही है.
माइक्रोसॉफ्ट और मेटा ने अमेरिका से बाहर रह रहे सभी कर्मचारियों को ईमेल भेजा है. इसमें सभी से 24 घंटे के भीतर अमेरिका वापस लौटने की अपील की गई है. साथ ही H1-B वीजा धारकों को 14 दिन तक देश से बाहर न जाने के लिए कहा गया है.
विदेशी कर्मचारियों के लिए ईमेल में नोटिस जारी की गई है. मेटा ने H1-B वीजा और H4 वीजा धारकों को 24 घंटे के अंदर अमेरिका वापस आने के लिए कहा है. वहीं, माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि कंपनी के H1-B वीजा धारक लोग 14 दिन तक देश से बाहर न जाएं, वरना उन्हें वापस लौटने में दिक्कत हो सकती है.
अमेरिका में सबसे अधिक H1-B वीजा धारक अमेजन कंपनी में हैं. रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन ने सभी कर्मचारियों को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि अगर आपके पास H1-B वीजा है, तो अभी के लिए अमेरिका में ही रहें.
H1-B वीजा पर ट्रंप का आदेश
मालूम हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए H1-B वीजा की फीस 1 लाख डॉलर (लगभग 90 लाख रुपये) तक बढ़ा दी है. यह आदेश 21 सितंबर यानी कल से लागू हो जाएगा और 12 महीनों तक लागू रहेगा. इसके बाद ट्रंप इसे आगे बढ़ा सकते हैं.