पुणे में Property रजिस्ट्रेशन में हुई 13% की वृद्धि, बढ़ी अफोर्डेबल घरों की मांग

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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पुणे के रियल एस्टेट बाजार ने इस वर्ष जनवरी से अगस्त के बीच रजिस्ट्रेशन के मामले में बीते साल की समान अवधि की तुलना में 13% की वृद्धि दर्ज की है, जो पिछले चार वर्षों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन माना जा रहा है. यह जानकारी गुरुवार को जारी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट में सामने आई. रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में स्टांप शुल्क संग्रह में भी सालाना आधार पर 15% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो दर्शाता है कि अगस्त में मामूली गिरावट के बावजूद आवासीय बाजार में मांग की रफ्तार बनी हुई है.

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि अगस्त महीने में पुणे में कुल 13,253 प्रॉपर्टी लेनदेन दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3% कम हैं, लेकिन इसके बावजूद स्टांप शुल्क से 485 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.

अगस्त में अफोर्डेबल घरों के सेगमेंट में सबसे अधिक रहा प्रॉपर्टी लेनदेन

अगस्त में अफोर्डेबल घरों के सेगमेंट में प्रॉपर्टी लेनदेन सबसे अधिक रहा, जो महीने के दौरान हुए कुल रजिस्ट्रेशन का 30% था. अफोर्डेबल घरों में 25 लाख रुपए तक की प्रॉपर्टी को शामिल किया जाता है. 25 लाख रुपए तक की कीमत वाली कुल 3,975 इकाइयों के पंजीकरण के साथ, इस सेगमेंट में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में सालाना आधार पर 17% की वृद्धि देखी गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रीमियम आवासों की मांग भी बढ़ी है और 1 करोड़ रुपए से अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री पिछले वर्ष के 15% से बढ़कर 16% हो गई है.

पिछले वर्ष की तुलना में पंजीकरण में देखी गई कुछ गिरावट

नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे के प्रॉपर्टी बाजार में 1 करोड़ रुपये तक की कीमत वाली संपत्तियाँ अब भी कुल बिक्री में सबसे अधिक हिस्सेदारी रखती हैं. हालांकि, समीक्षा अवधि में यह हिस्सा 85% से घटकर 84% पर आ गया है. कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में पंजीकरण और राजस्व में कुछ गिरावट देखी गई है, लेकिन कुल मिलाकर बाजार में मांग की रफ्तार बनी हुई है.

उन्होंने आगे कहा, बिक्री और राजस्व में वर्ष-दर-वर्ष बनी मजबूती इस बात का संकेत है कि बदलती परिस्थितियों के बावजूद पुणे के आवासीय बाजार में मांग की गहराई मौजूद है. संपत्ति आकार की बात करें तो, 800 वर्ग फुट से बड़े अपार्टमेंट की हिस्सेदारी 1% बढ़कर 33% हो गई है, जबकि 500 वर्ग फुट से कम आकार के छोटे अपार्टमेंट की हिस्सेदारी 5% बढ़कर 27% हो गई् अगस्त में कुल प्रॉपर्टी लेनदेन का 68% हिस्सा मध्य पुणे से आया, जो पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ी कमी दर्शाता है.

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