मजबूत वैश्विक रुझानों के चलते शुक्रवार को भारत में सोने और चांदी की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना लिया. कमजोर अमेरिकी डॉलर और बढ़ती घरेलू मांग के कारण कीमती धातुओं में तेजी देखने को मिली, जिससे निवेशकों ने खरीदारी बढ़ा दी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर वायदा में सोना 2,000 रुपए यानी करीब 1.6% उछलकर 1,31,920 रुपए प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया. इसी तरह, चांदी का दिसंबर वायदा भाव भी करीब 2,000 रुपए या 1.2% बढ़कर 1,69,676 रुपए प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया.
अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में वृद्धि
वैश्विक स्तर पर सोना 2008 के बाद से अपने सर्वश्रेष्ठ साप्ताहिक प्रदर्शन की ओर अग्रसर है. यह तेजी अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में वृद्धि और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में एक और कटौती की बढ़ती उम्मीदों के कारण देखी जा रही है. अमेरिकी डॉलर सूचकांक में 0.20% की गिरावट आई, जिससे अन्य मुद्राओं का इस्तेमाल करने वाले खरीदारों के लिए सोना सस्ता हो गया और सुरक्षित निवेश के रूप में इसकी लोकप्रियता बढ़ी.
भारत में बढ़ती कीमतों के बावजूद सोने की मांग मजबूत
भारत में बढ़ती कीमतों के बावजूद सोने की मांग मजबूत बनी हुई है. विश्लेषकों का कहना है कि ग्राहक कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका से और अधिक सोना खरीद रहे हैं. उन्होंने कहा, नए संकेतों के अभाव और अमेरिकी राजकोषीय स्थिति को लेकर लगातार चिंताओं ने सुरक्षित निवेश की मांग को मजबूत किया है, जिससे सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गई है. उन्होंने आगे कहा, ट्रेडर्स सरकार के फिर से खुलने के किसी भी संकेत पर कड़ी नजर रख रहे हैं, इसलिए निकट भविष्य में सोने के दामों में तेजी बनी रहने की संभावना है.
सोने की कीमतों में आई 65% से अधिक की तेजी
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने के लिए प्रमुख समर्थन स्तर 1,26,000 से 1,24,500 रुपए के बीच बना हुआ है, जबकि प्रतिरोध स्तर 1,29,000 से 1,30,000 रुपए के आसपास देखा जा रहा है. इस वर्ष अब तक घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में 65% से अधिक की तेजी आई है. विश्लेषक इस उछाल का कारण वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताएं, केंद्रीय बैंकों की बढ़ी हुई खरीदारी, अमेरिका में ब्याज दरों में कमी की उम्मीदें और सोने से जुड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में मजबूत निवेश को मानते है.
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