Electric Buses: भारतीय सेना लगातार खुद को एडवांस करने पर जोर दे रही है. यही कारण है कि पिछले कई महीनों के भीतर सेना में कई एडवांस हथियार शामिल हुए हैं. इसके अलावा कई ऐसी परियोजनाओं पर काम भी शुरू हुआ है जिससे आने वाले समय में सेना की ताकत में काफी इजाफा होगा.
इसी क्रम में भारतीय सेना ने ₹130.58 करोड़ की लागत से 113 इलेक्ट्रिक बसें और 43 फास्ट चार्जर खरीदने के लिए जेबीएम ऑटो लिमिटेड (JBM Auto Ltd) के साथ एक अनुबंध पर साइन किए हैं. यह खरीदारी सेना द्वारा इस तरह की पहली खरीदारी है, जो प्रधानमंत्री ई-ड्राइव (PM E-DRIVE) पहल के तहत स्वच्छ और हरित पर्यावरण की दिशा में एक बड़ा कदम है.
ग्रीन टेक्नोलॉजी को मिलेगा बढ़ावा
बता दें कि इन इलेक्ट्रिक बसों के शामिल होने से सेना के तीनों अंगों में तकनीकी और पर्यावरणीय सुधार का नया दौर शुरू होगा. जिससे फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता घटेगी और ग्रीन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा मिलेगा. यह खरीद बाय (इंडियन-IDDM) श्रेणी के तहत की गई है, जो भारत की स्वदेशी निर्माण क्षमता और आत्मनिर्भरता का उत्कृष्ट उदाहरण है. यह कदम न सिर्फ रक्षा बलों को आधुनिक बनाएगा बल्कि आत्मनिर्भर भारत और नेट ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देगा.
मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात होंगी बसें
भारतीय सेना में पहली इलेक्ट्रिक बसों की एंट्री हुई है. इससे पहले कई तरह की बसें मौजूद थीं. हालांकि वो सभी फ्यूल पर आधारित थीं. वहीं अब जो बसें शामिल की गई है, ये पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हैं. इसका मतलब अब फ्यूल का कोई झंझट नहीं होगा. साथ ही पर्यावरण के लिए यह एक अच्छा कदम है. बता दें कि 40 सीटों वाली ये बसें 250 की माइलेज देती है, जो मुख्य रूप से मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात की जाएगी.